MP : विधानसभा सत्र के पहले दिन हुई जीतू पटवारी की फजीहत, पड़े अकेले, पार्टी ने किया किनारा
आज सोमवार से मध्य प्रदेश की विधानसभा में बजट सत्र शुरू हो रहा है। विधानसभा में होने वाले राज्यपाल के अभिभाषण के विरोध में जीतू पटवारी ने बजट सत्र की शुरूआत में राज्यपाल के अभिभाषण के बहिष्कार की घोषणा की है। जीतू पटवारी ने ट्वीट के जरिए ये घोषणा करते हुए एक वीडियो जारी किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने लिखा है – ‘बेलगाम नौकरशाही, किसान भी हुआ शोषित, घर-घर पहुंची सस्ती शराब, सबसे ज्यादा गौहत्याएं मप्र में, जन-जन को बना दिया कर्जदार। शिवराज सिंह चौहान जी, जन/ प्रदेश हित में मैं राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार कर रहा हूं। क्योंकि चिर निद्रा में सोई भाजपा सरकार को जगाना जरूरी है।
पटवारी पड़े अकेले, हुई फजीहत
विधानसभा सत्र की शुरुआत में ही जीतू पटवारी ने राज्यपाल के अभिभाषण का विरोध किया जिसके बाद सदन में खूब हंगामा शुरु हो गया। नरोत्तम मिश्रा ने इस मुद्दे को उठाया तो कमलनाथ ने इसका जबाब देते हुए जीतू पटवारी की हरकत से हाथ खींच लिए। उन्होंने कहा- जीतू पटवारी का फैसला हमारी पार्टी का फैसला नहीं था। संसदीय मर्यादा रखना हम सबका कार्यत्व है। बता दें कि कांग्रेस ने जीतू पटवारी के बयान से किनारा कर लिया है। नेताप्रतिपक्ष कमल नाथ सहित जीतू पटवारी के करीबी कुणाल चौधरी भी विधानसभा पहुंचे। कमलनाथ सहित कांग्रेस के अन्य विधायकों ने राज्यपाल का अभिभाषण सुना। कमलनाथ ने सदन में कहा कि मैं ट्वीट से सहमत नहीं हूं। कमलनाथ ने कहा कि मैं इस विषय से सहमत हूं कि सदन की गरिमा की जिम्मेदारी सबकी रही है। ये परम्परा बनाए रखना चाहिए। ये हमारी पार्टी का फैसला नहीं था।
CM शिवराज की कमलनाथ को बधाई
वहीं सीएम शिवराज ने कमलनाथ को बधाई दी और कहा कि कमलनाथ ने बड़े मन से गलत परंपरा का विरोध किया है। मैं उनको धन्यवाद देता हूं। सदन की गरिमा बनाए रखने में मदद की।