दिल्ली में CM शिवराज ने ‘मध्यप्रदेश सुशासन एवं विकास रिपोर्ट-2022’ का किया विमोचन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नई दिल्ली में केन्द्रीय मंत्रियों और गणमान्यजनों के साथ ‘मध्यप्रदेश सुशासन एवं विकास रिपोर्ट-2022’ का विमोचन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम सारी दुनिया को मेहमान मानते हैं। भारत ने हजारों साल पहले ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का संदेश दिया था। कोई कितने समय तक मुख्यमंत्री रहा, इससे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि वह कैसा मुख्यमंत्री रहा।
हमने बीमारू राज्य को विकासशील राज्य बनाया
सीएम ने कहा कि हम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में लगातार काम कर रहे हैं। मध्यप्रदेश पहले बीमारू राज्यों की श्रेणी में आता था। हमारी सरकार में मध्यप्रदेश विकासशील राज्य तो बना ही, साथ ही अब यह विकसित राज्यों की श्रेणी में भी खड़ा होने के लिए तैयार है।
मध्यप्रदेश में 3 लाख किमी सड़के बनी है : CM
सीएम ने बताया कि हमने मध्यप्रदेश में 3 लाख किलोमीटर सड़कें बनाई हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में सबसे ज्यादा गुणवत्तापूर्ण काम मध्यप्रदेश ने किया है।
बिजली, गेंहू, सिंचाई के क्षेत्र में अव्वल MP
सीएम ने कहा कि हमने मध्यप्रदेश में बिजली की उपलब्धता को बढ़ाकर 21,000 मेगावॉट किया है। हम ग्रीन और क्लीन एनर्जी पर फोकस कर रहे हैं। गेहूँ के उपार्जन में हमने पंजाब और हरियाणा को पीछे छोड़ दिया है। मध्यप्रदेश का गेहूँ गोल्डन ग्रेन कहा जाता है। दलहन और तिलहन के उत्पादन में MP नंबर वन है। जितना बासमती राइज़ कनाडा और अमेरिका जाता है, उसमें कई बार दूसरे राज्य अपनी सील लगाकर बेचते हैं, लेकिन वह चावल हमारा होता है। मध्यप्रदेश में हमने सिंचित क्षेत्र को 43 लाख हेक्टेयर कर दिया है। हम मध्यप्रदेश में रिवर लिंकिंग कर रहे हैं। हमने 26,000 करोड़ रुपये की नई सिंचाई योजनाएँ स्वीकृत की हैं।26 हजार करोड़ की नई सिंचाई योजना स्वीकृत की है, उसी के कुछ परिणाम आज रिपोर्ट में देखने को आये। मध्यप्रदेश आज देश में तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है।
सीएम ने गिनाए सरकार के काम
सीएम ने सरकार के काम गिनाते हुए कहा कि हमारे सकल घरेलू उत्पादन में 200% वृद्धि हुई है। हमारा पूंजीगत व्यय हम लगातार बढ़ा रहे हैं। अभी हमने 48000 करोड रुपए इंफ्रा के लिए रखा है। हमने कोविड के प्रबंधन का नया मॉडल बनाया। राज्य में केवल सरकार नहीं लड़ी, बल्कि पूरी जनता लड़ी, जिससे हम कोविड के संकट से उबरे। हमने इंफ्रा सेक्टर के लिए रु. 48,000 करोड़ का प्रावधान किया है। नलजल के लिए हम रु. 12,000 करोड़ खर्च करने जा रहे हैं।हमने जितने भी बड़े फैसले किये, वह हमने अकेले नहीं किये। हमने प्रदेश में महिलाओं की पंचायतें की। इसी से लाड़ली लक्ष्मी योजना निकली। आज इससे 43 लाख बेटियाँ लाभान्वित हुई हैं। निर्णयों में भागीदारी जनता की होगी तब सही अर्थों में लोकतंत्र है।हमने अलग-अलग क्षेत्रों की योजनाएँ बनाने के लिए अलग-अलग वर्ग के नागरिकों के साथ पंचायत की। निर्णयों में भागीदारी ही सच्चे अर्थों में लोकतंत्र है। हमने अलग-अलग क्षेत्रों की योजनाएँ बनाने के लिए अलग-अलग वर्ग के नागरिकों के साथ पंचायत की। निर्णयों में भागीदारी ही सच्चे अर्थों में लोकतंत्र है। हमने मध्यप्रदेश में कानून बनाकर तय किया कि कोई भी सेवा तय समय में तय अधिकारी दे देंगे। अगर उतने दिनों में नहीं दिया तो उस अधिकारी पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसके लिए संयुक्त राष्ट्र संघ ने मध्यप्रदेश को सम्मानित किया।मध्यप्रदेश में आजकल शहरों और गाँव में ‘गौरव दिवस’ मनाया जाने लगा है। इसमें तय होता है कि सभी लोग अपने गाँव और शहर के लिए क्या-क्या कर सकते हैं।कुपोषण मिटाने में हमने प्रगति की है लेकिन हमें इसमें और काम करने की आवश्यकता है। इसके लिए आंगनवाड़ी अडाप्ट करने की व्यवस्था हमने की है।
सुशासन ही हमारा लक्ष्य है- सीएम
हमने मध्यप्रदेश में सीएम राइज़ स्कूल खोलना प्रारंभ किया है। 20-25 गाँव के बीच में एक स्कूल बनेगा। रु. 24 करोड़ की लागत से बिल्डिंग बनेगी जिसमें लैब, लाइब्रेरी, प्लेग्राउंड और स्मार्ट क्लास होंगी। बच्चे बस से स्कूल जाएंगे। गरीबों के बच्चों को भी प्राइवेट स्कूल जैसी सुविधाएँ देंगे। एक वैभवशाली, गौरवशाली, शक्तिशाली, सम्पन्न और समृद्ध भारत का निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हो रहा है। भारत तो समृद्ध बनेगा ही, साथ ही यह देश दुनिया में समृद्धि बढ़ाएगा। मध्यप्रदेश में प्रशासनिक व्यवस्था के बाहर भी हम एक तंत्र खड़ा कर रहे हैं जिससे जनता को सुशासन मिले।