यही है कांग्रेस का असली रूप, न माताओं का सम्मान न बहनों की कोई इज्जत : डॉ. केसवानी
भोपाल। कांग्रेस एक ऐसी विचारधारा वाली पार्टी है, जिसकी जड़ाें में भ्रष्टाचार कूट कूट कर भरा है। यह पार्टी न कभी माताओं का सम्मान करती आई है और न ही कभी बहनों को इज्जत कांग्रेस पार्टी से मिली है। जितनी अभद्रता, गंदी बातचीत और अश्लीलता सज्जन सिंह वर्मा ने अपने शब्दों के जरिए उस कार्यकर्ता से की है। यह उनके असली चरित्र को उजागर करता है। यह कहना है भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश केसवानी का। डॉ. केसवानी ने पूरे मामले पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सज्जन सिंह वर्मा को तो दुर्जन सिंह वर्मा कहा जाना चाहिए। इसके पहले सज्जन सिंह जिन्ना का भी महिमा मंडन कर चुके हैं।
दरअसल केसवानी उस वायरल ऑडियो पर प्रतिक्रया दे रहे थे। जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा अपने एक राजपूत कार्यकर्ता से बातचीत करते हुए गंदे शब्दों और माताओं बहनों की इज्जत तारतार करने वाली गालियों का जोरदार प्रयोग कर रहे थे। इस दौरान सज्जन सिंह वर्मा को कार्यकर्ता से कहते सुना जा सकता है कि टिकट तेरे बाप दिग्विजय सिंह ने दिलाई है। इसके बाद वे ताबड़तोड़ गालियां बकना शुरू कर देते हैं। ऑडियो में वर्मा की जुबान लड़खड़ा भी रही है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि बातचीत के दौरान उन्होंने जमकर शराब भी पी रखी होगी।
कहीं के भी नहीं रहे दिग्विजय
डॉ. केसवानी ने कहा कि इससे पहले भी सज्जन सिंह वर्मा दिग्विजय सिंह को अपशब्द कह चुके हैं। वहीं उमंग सिंघार भी उन्हें ब्लैक मेलर कह चुके हैं। ऐसे में एक बार फिर उनको बाप कहकर संबोधित किया जाना बता रहा है कि वे कहीं के भी नहीं रहे हैं। दिग्विजय के लिए यह कहावत बिल्कुल फिट बैठती है कि मुझे तो अपनो ने लूटा गैरों में कहां दम था, मेरी किस्ती भी वहां डूबी जहां पानी कम था।
इतनी गंदी बातचीत कभी भी नहीं सुनी
पूरे मामले पर नाराजगी जताते हुए भाजपा प्रवक्ता डॉ. केसवानी ने कहा कि मैंने आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि से इतने गंदे शब्द न सुने और न ही कभी किसी को अपने सामने कहते देखा। यदि पूर्व मंत्री खुलेआम इतनी गंदी बयानबाजी कर रहे हैं, तो अकेले में वे क्या क्या गुल खिलाते होंगे। वो उनकी बातचीत से ही जगजाहिर हो रहा है। वहीं अपनी बातचीत से समझ आ रहा है कि सज्जन सिंह वर्मा ने इस दौरान जमकर शराब पी रखी होगी। असल में कांग्रेस की असलियत यही है, शराब, कबाब और शबाब। इससे ज्यादा न कांग्रेस कभी सोच पाई है और न ही कभी सोच पाएगी।
यह है मामला
कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा अपनी विधानसभा सोनकच्छ के एक कार्यकर्ता से बातचीत करने के दौरान अपना आपा खो बैठे और कार्यकर्ता की घर की महिलाओं माताओं और बहनों को टारगेट करते हुए गंदी गंदी गालियां बकने लगे। इस दौरान कार्यकर्ता से भी अश्लील बातचीत करने हुए देखे जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस का यह राजपूत कार्यकर्ता देवास महापौर पद के लिए ब्राह्मण प्रत्याशी को दावेदार बनाए जाने पर बातचीत कर रहा था और बोल रहा था कि क्या ब्राह्मण वोट बैंक से ही कांग्रेस यह सीट जीत लेगी। इस दौरान सज्जन सिंह वर्मा बार बार एक बड़े अखबार का नाम लेते हुए उससे जानकारी लेने की बात कहते दिखे और थोड़ी देर बाद खुद को थका हुआ बोलकर अपना आपा खो बैठे और अनर्गल बयानबाजी करने लगे। इस दौरान उन्होंने कार्यकता से कहा कि वे अखबार पढें क्योंकि टिकट तेरे बाप दिग्विजय सिंह ने दिलवाई है।