यह पहली बार हो रहा है कि भ्रष्टाचार के समर्थन में आंदोलन किया जा रहा है, कांग्रेस के कार्यकर्ता विचार करें, वे किसके समर्थन में हैं- VD शर्मा
भोपाल। देश के इतिहास में यह पहली बार देखने को मिल रहा है कि कांग्रेस जैसी पार्टी भ्रष्टाचार के समर्थन में आंदोलन कर रही है और यह देश का दुर्भाग्य है। भ्रष्टाचार के समर्थन में लोग सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं। उल्टा चोर कोतवाल को डांट रहा है। ईडी के सम्मन के बाद जो लोग जमानत पर हैं, वे लोग नारा दे रहे हैं कि आओ और दिल्ली को घेरो। भ्रष्टाचार पकड़ा गया है और इसीलिए ईडी पर दबाव डालने की कोशिश की जा रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने और जांच एजेंसियों पर दबाव बनाने के लिए आंदोलन कर रही है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने मीडिया से चर्चा के दौरान कही।
स्वतंत्रता सेनानियों की पूंजी से बनी कंपनी गांधी परिवार की कैसे हो गई?
श्री शर्मा ने कहा कि मैं कांग्रेस और राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि क्या 1930 में ऐसोसिएटेड जनरल लिमिटेड (एजेएल) कंपनी समाचार पत्र प्रकाशित करने के लिए बनी थी या नहीं? इस कंपनी में देश के 5 हजार स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की भागीदारी थी या नहीं? अब यही कंपनी यंग इंडियन कंपनी के नाम से गांधी परिवार की कंपनी बनकर रियल स्टेट का काम कर रही है या नहीं? कांग्रेस और राहुल गांधी को देश की जनता को यह बताना चाहिए कि क्या 2010 में 5 लाख रूपए से बनी यंग इंडियन कंपनी में 76 प्रतिशत भागीदारी राहुल गांधी और सोनिया गांधी की है या नहीं? क्या एजेएल की 2 हजार करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की थी, उसे एक परिवार को सौंपा गया है या नहीं? सोनिया गांधी और राहुल गांधी को यह बताना चाहिए कि उनकी यंग इंडियन कंपनी का कोलकाता की हवाला कंपनी डोटेक्स मर्चेन्टाइल के साथ क्या संबंध है?
चैरिटेबल कंपनी करने लगी रियल स्टेट का कारोबार
श्री शर्मा ने कहा कि 2010 में एजेएल के सारे शेयर गांधी परिवार को ट्रांसफर कर दिए गए। इसी के साथ 2 हजार करोड़ की एजेएल की पूरी संपत्ति भी दे दी गयी। कांग्रेस को जनता से जो चंदा मिला था, उसमें से यंग इंडियन कंपनी को 90 करोड़ रूपए का लोन दिया गया और फिर उसे माफ कर दिया गया। श्री शर्मा ने कहा कि 2010 में यंग इंडियन की स्थापना एक चैरिटेबल कंपनी के रूप में की गई थी, लेकिन 2016 तक इस कंपनी ने चैरिटी का कोई भी काम नहीं किया। इसकी बजाय उस कंपनी ने रियल स्टेट का काम शुरू कर दिया। 2019 में दिल्ली हाईकोर्ट ने एजेएल और यंग इंडियन कंपनी के बीच शेयर ट्रांसफर में भ्रष्टाचार की आशंका जताई थी और इस पर टिप्पणी भी की थी। गांधी परिवार के इसी भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए कांग्रेस दिल्ली को घेरकर आम जनता को परेशान करने का घिनौना काम कर रही है। श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस द्वारा गांधी परिवार के भ्रष्टाचार को दबाने के लिए की जा रही इस हथकंडेबाजी की भाजपा घोर भर्त्सना करती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भोले भाले कार्यकर्ताओं को भी अब यह विचार करना चाहिए कि वे किसके लिए आंदोलन कर रहे हैं?