पर्यावरण बचाने की अनोखी पहल: ऐसी सीड पर छपवाया शादी का कार्ड, जिसे मिट्टी में दबाने से उगेगा तुलसी का पौधा
भोपाल/सागर. पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने मध्यप्रदेश के सागर के एक युवक ने ऐसी पहल की, जिसे सुनकर ही, हर कोई उसकी तारीफ कर रहा है। दरअसल श्रेयांस जैन ने अपनी शादी का कार्ड ऐसी सीड पर छपवाया है कि आप उसे यदि अपने घर की मिट्टी में कुछ दिन दबाकर रखेंगे तो तुलसी और अन्य फूल के पौधे उग आएंगे। आप कहेंगे ऐसा कैसे संभव है, असल में जिस सीड पर कार्ड छापा गया है, उसे श्रेयांश जैन ने गुजराज से मंगवाया है, और वह कार्ड का पेपर तुलसी और फूल के बीज से बना हुआ है।
बता दें, कहानी यह है कि श्रेयांश जैन की शादी विश्व पर्यावरण दिवस पर होने से श्रेयांश जैन कुछ अलग करना चाहते थे, चूकि श्रेयांश एनजीओ भी चलाते हैं लेकिन कोविड काल में चीजें व्यवस्थित नहीं हो पायीं थीं। बहरहाल, उन्होंने सोचा कि कुछ ऐसा किया जाए जो समाज को पर्यावरण संरक्षण का मैसेज दे, इसलिए उन्होंने गुजरात से पेपर सीड मंगाकर शादी के कार्ड प्रिंट कराए जिन्हें मिट्टी में दबाने से तीन दिन में तुलसी और फूलों के पौधे उग आएंगे।
क्या है इस कार्ड की ख़ासियत
ये जानकर लोग आश्चर्य चकित होंगे कि शादी के कार्ड से पौधे कैसे उगेंगे। आपको बता दें, इस शादी के कार्ड की खासियत यह है कि इसे मिट्टी में दबाने से तुलसी और फूल का पौधा उगेगा क्योंकि कार्ड का पेपर तुलसी और फूल के बीज से बना है। बता दें, श्रेयांश जैन सागर जिले के चकराघाट वार्ड में रहते हैं। पेशे से आईटी इंजीनियर हैं। उनकी पर्यावरण संरक्षण के लिए कुछ करने की जिद ने समाज को एक गहरा संदेश भेजा है। खैर, मुश्किल ये थी कि सागर में पेपर सीड नहीं मिला इसलिए उन्होंने गुजरात से तुलसी और फूल के पौधे का पेपर सीड मंगाकर उस पर शादी के कार्ड प्रिंट कराए।
श्रेयांश जैन ने खुलासा करते हुए बताया कि कार्ड के एक पेपर से 10 से 15 पौधे उगते हैं। मिट्टी में आधा इंच कार्ड दबाते ही बीज के अंकुरण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जो एक हफ्ते के अंदर पौधे का रूप ले लेगा। एक और बात गौर करने वाली है कि उन्होंने अपनी शादी में भी प्लास्टिक युक्त डिस्पोजल सामग्री का उपयोग नहीं किया बल्कि पीने के पानी के लिए भी स्टील के गिलास का ही उपयोग किया गया।
श्रेयांश ने बताया कि पेपर सीड का उपयोग वे पहले कर चुके हैं। उन्होंने अपने घर पर गमले में इसे ट्राई किया मिट्टी में पेपर सीड दबाने के बाद 20 दिन में 6 इंच का पौधा हो गया था। पौधे की ग्रोथ अच्छी रही। बस इसे दिन में दो बार पानी देना पड़ता है। श्रेयांश ने कहा कि हमें जो सामान्य शादी का कार्ड 20 से 25 रुपए में पड़ता है। उसी दाम पर उन्होंने यह पेपर सीड वाला कार्ड पड़ा है। इसके लिए अलग से कोई रुपए खर्च नहीं करने पड़े। श्रेयांश पुणे में आईटी कंपनी में जॉब करते हैं। पिछले दो साल से वे सागर में अपने घर पर ही रहकर वर्क ऑफ होम कर रहे हैं। इसके पहले वे मंगलगिरी पहाड़ी पर भी पौधरोपण कर चुके हैं।
सीएम शिवराज से मिली प्रेरणा
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रतिदिन एक नया पौधा लगाते हैं और अपने हर भाषण में पौधा लगाने की प्रेरणा भी देते हैं। जब श्रेयांश जैन से पूछा कि आपको इन सब कार्यों के लिए किससे प्रेरणा मिली तो उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी प्रतिदिन एक पौधा लगाकर पर्यावरण का संरक्षण करते हैं, आगे आने वाली पीढ़ी के लिए जो वरदान साबित होगा। इसमें कोई दोहराए नहीं है कि इन पर्यावरण संरक्षण के कार्यों के लिए मुख्यमंत्री जी से प्रेरणा मिली है। वो प्रदेश के लाखों युवाओ के लिए प्रेरणा दे रहे हैं और उनके प्रतिदिन पौधा लगाने के संकल्प से मैं प्रभावित हुआ हूँ। इसके उन्होंने बताया कि वो एनजीओ भी चलाते हैं जो ऐसे कार्यों के लिए समर्पित है।