MP : कुंडलपुर महोत्सव में दूसरे दिन सजा नाभिराय का दरबार, 21 को पहुंचेगे CM शिवराज
मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध जैन तीर्थ कुंडलपुर में चल रहे पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के दूसरे दिन महाराजा नाभिराय का दरबार सजाया गया। तीर्थंकर बालक के गर्भ में आते ही कुबेर ने पूरे पांडाल में रत्नों की बरसा की। दोपहर में तीर्थंकर बालक की माता मरूदेवी की गोद भराई में बड़ी संख्या महिलाएं शामिल हुई। ऐसा माना जाता है कि जो महिला पंचकल्याणक में माता मरूदेवी की गोद भरती है, उसकी गोद खाली नहीं रहती। महोत्सव में सुबह मुनि श्री प्रणम्यसागर महाराज के प्रवचन भी हुए। गुरुवार को पचास हजार से अधिक लोग महोत्सव में पहुंचे।
सोमवार को पहुंचेगे CM शिवराज
21 फरवरी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कुंडलपुर पहुंचेंगे। वहीं आज 18 फरवरी को सुबह पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कुंडलपुर पहुंचकर आचार्यश्री के दर्शन करेंगे। बताया जा रहा कि 19 फरवरी को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कुंडलपुर पहुंचेंगे।
मुनिश्री प्रण्यम सागर के प्रवचन
इस अवसर पर मुनिश्री प्रण्यम सागर महाराज ने कहा कि स्वयं के साथ साथ जगत के कल्याणक के लिये तीर्थंकर भगवान का जन्म होता है। उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारा जन्म आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के काल में हुआ। हमें आचार्यश्री का शिष्य बनने का अवसर मिला है और आप सभी को आचार्यश्री का भक्त होने का गौरव मिला है। उन्होंने आचार्यश्री को पहली बार सपने में देखा था। तब के मित्र वर्तमान के मुनिश्री अभिनन्दन सागर जी महाराज ने आचार्यश्री का चित्र दिखाया तो चौंक गया कि यही तो सपने में आये थे। तभी तय कर लिया कि आचार्यश्री के दर्शन करने जाऊंगा तो फिर घर नहीं आऊंगा। आचार्यश्री ने मेरी भावना को समझा और मुझे दीक्षा देकर मेरे ऊपर सबसे बड़ा उपकार किया है।
नाभिराय ने बताया 16 सपनों का अर्थ
शाम को महाराजा नाभिराय का दरबार सजाया गया। यहां माता मरूदेवी ने जो 16 सपने देखे थे, उनका अर्थ पूछा। महाराजा नाभिराय ने अपने अवधि ज्ञान से महारानी के 16 सपनों का अर्थ बताते हुए कहा कि – महारानी के गर्भ से तीर्थंकर बालक का जन्म होने वाला है। यह बालक धर्म का प्रवर्तन करेगा, सत्य धर्म का प्रचार करेगा, अतुल पराक्रमी होगा, यशस्वी होगा, अंधकार का नाश करेगा, अनेक लक्षणों से सुशोभित होगा, केवल ज्ञान प्राप्त करेगा, सम्यक दर्शन सम्यक ज्ञान सम्यक चारित्र का धारक होगा।