जिलों के विशेष उत्पादों को लोकप्रिय बनाएंगे डाक विभाग के विशेष आवरण– मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा “एक जिला एक उत्पाद” योजना एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य लेकर प्रारंभ की गई योजना है। इसे प्रचारित करने और ग्रामीणों को रोजगार देने के अभियान को गति देने में डाक विभाग भी महत्वपूर्ण सहयोगी के रूप में सामने आया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मंत्रालय में मध्यप्रदेश डाक परिमंडल द्वारा तैयार किये गये 6 विशेष आवरण जारी किए और डाक परिमंडल के प्रयासों की सराहना कर बधाई दी।
मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों के विशेष उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तैयार किए गए। इन विशेष आवरण में सीहोर जिले के बुधनी के प्रख्यात लकड़ी के खिलौने, बैतूल जिले की सागौन लकड़ी के उत्पाद, हरदा के बांस, कटनी के स्टोन, सीधी के कालीन और सिवनी के जीरा शंकर चावल के उत्पाद पर केन्द्रित आवरण शामिल हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आत्म-निर्भर भारत का मंत्र दिया। इसके परिपालन में आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिए रोडमैप तैयार किया गया। विभिन्न जिलों के लोकप्रिय उत्पादों को चिन्हित करते हुए “एक जिला-एक उत्पाद” योजना को गति दी गई, जो हजारों नागरिकों को रोजगार देने में सक्षम है। इसी तरह भोपाल की जरदोजी कला भी लोकप्रिय है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज जो आवरण जारी हुए हैं, उनसे जन-जन तक स्थानीय उत्पादों की बात पहुँचेगी। ये उत्पाद चर्चा के विषय बनेंगे, इनकी बेहतर मार्केटिंग और निर्यात का कार्य हो सकेगा। प्रदेश के अन्य जिलों के उत्पादों पर भी इस तरह के विशेष आवरण जारी किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि डाक विभाग ने जनजातीय नायकों पर केन्द्रित विशेष आवरण जारी कर महत्वपूर्ण कार्य किया है। डाक विभाग का इतिहास डेढ़ सौ वर्ष पुराना है। स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव पर ऐसे जननायकों का स्मरण आवश्यक है, जिन्होंने हमें जिन्दगी देने का कार्य किया, चाहे वे जननायक टंट्या मामा हो, श्री गणेश प्रसाद जी वर्णी या श्री हरिविष्णु कामथ हों इन सभी ने स्वतंत्रता दिलाने के जतन किए।
बचत योजनाओं का संचालन सराहनीय
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डाक विभाग द्वारा बचत योजनाओं से कन्याओं को जोड़ने के अभियान की भी प्रशंसा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटी है तो कल है। हमारी बेटियों को बचत योजनाओं का लाभ मिल रहा है। यह बालिका और महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश डाक परिमंडल ने वर्ष 2021 में अप्रैल से दिसम्बर माह के बीच सुकन्या समृद्धि अभियान में 5 लाख 68 हजार सुकन्याओं के खाते खुलवाए हैं, इसके लिए मैं परिमंडल को बधाई देता हूँ। मध्यप्रदेश इस योजना के क्रियान्वयन में प्रथम है। प्रदेश में योजना में कुल 20 लाख 50 हजार खाते मध्यप्रदेश डाक मंडल में प्रारंभ किए गए हैं। बचत और बीमा योजनाओं के संबंध में जन-जागरूकता बढ़ रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” के संकल्प को पूरा करने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना उपयोगी सिद्ध हो रही है।
मध्यप्रदेश परिमंडल के मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल श्री जितेन्द्र गुप्ता ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न डाक घरों में 2 करोड 30 लाख खाते बचत योजनाओं में संचालित हैं। परिमंडल बालकों के भावी जीवन संरक्षण के लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड योजना (पीपीएफ) में भी निवेश के माध्यम से विशेष अभियान चलाएगा। गत 04 अक्टूबर से सुमंगल जीवन अभियान शुरू किया गया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा कोविड-19 की विषम परिस्थितियों में अभिभावक विहीन हुए बच्चों के लिए भी पीएम केयर फंड फॉर चिल्ड्रन शुरू किया गया है। राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ समन्वय कर ऐसे बच्चों के खाते प्रारंभ करने का प्रयास किया जा रहा है, जो अभिभावक विहीन हैं और 18 वर्ष से छोटे हैं। इनके खाते जिलाध्यक्ष के साथ संयुक्त रूप से खोलने का दायित्व डाक विभाग को मिला है। डाक विभाग के महाप्रबंधक वित्त श्री एच.जी.एस. धाकड़ और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।