त्रिपुरा: आदिवासी की मौत से मचा बवाल, धारा 144 हुई लागू

त्रिपुरा में दो गुटों की झड़प में घायल हुए आदिवासी युवक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया है। युवक की मौत के बाद कई दुकानों में गुटों द्वारा आग लगा दी गई है। साथ ही घरों को भी नुकसान पहुंचाया गया है। इलाके में बढ़ रही घटनाओं को देखते हुए पुलिस प्रशाशन ने पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी है। त्रिपुरा के धलाई जिले में शुक्रवार की रात 19 वर्षीय आदिवासी युवक की मौत के बाद दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हो गई। मौत के बाद आक्रोश में लोगो ने कई दुकानों में आग लगा दी गई है। साथ ही इलाके के कई घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। झड़प की स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी है। झड़प के दौरान 19 वर्षीय कॉलेज छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया था। पीड़ित का जीबीपी अस्पताल में इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान शुक्रवार की रात युवक की मौत हो गई थी।

रथ यात्रा के दौरान हुई थी झड़प

पुलिस सूत्रों के अनुसार परमेश्वर रियांग अपने दोस्तों के साथ रथ यात्रा के अवसर पर आयोजित मेले में शामिल होने के लिए गंडतविसा बाजार गया था। धलाई एसपी अविनाश राय ने बताया कि अचानक युवकों के दो समूहों के बीच झड़प हो गई। जिसके दौरान रियांग को गंभीर चोटें आईं थी। शुरुआत में उसे गंडतविसा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में हालत बिगड़ने पर उसे जीबीपी अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया था। लेकिन शुक्रवार को उसकी मौत हो गई।

पुलिस प्रशासन ने लिया एक्शन

युवक के साथियों ने मौत के बाद कई जगह आग लगा दी है,साथ ही घरों को भी नुकसान पहुंचाया है। इलाके में घट रही घटनाओं के बाद गांव में पुलिस कर्मियों को तैनात किया है। साथ ही इलाके में 24 घंटे के लिए इंटरनेट की सुविधा को रोक दिया गया है। इंटरनेट की सुविधा रोकने का मुख्य कारण है कि लोग बड़े हुए मामले को और ज्यादा ना बढ़ाए। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के। मुताबिक युवक की मौत के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इलाके में लागू की गई धारा 144

युवक की मौत के बाद इलाके में बढ़ रही घटनाओं को देखते हुए पुलिस प्रशाशन ने धारा 144 लागू कर दी है। धारा 144 किसी भी स्थान या शहर में दंगे, हिंसा, आगजनी, मारपीट या सांप्रदायिक झगड़े रोकने, सुरक्षा संबंधी खतरा होने, सार्वजनिक व्यवस्था में व्यवधान न आने देने और बीमार के प्रचार को रोकने की लिए लागू की जाती है।

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

Open chat
Hello 👋
For more details contact us