अपराधों के खिलाफ लड़ने के लिए टेक्नोलॉजी के संस्कार जरूरी, टेक-सेवी बनना होगा- Amit Shah
केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में भोपाल में 48वीं अखिल भारतीय पुलिस विज्ञान कांग्रेस का आयोजन हुआ। इस दौरान अमित शाह ने उद्घाटन सत्र को संबोधित किया।संबाधन में अमित शाह ने टेक्नोलाजी के इस्तेमाल पर जोर दिया।
अपराधों के खिलाफ लड़ने के लिए टेक्नलॉजी के संस्कार जरूरी- गृहमंत्री
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मेरा बीपीआरएनडी से आग्रह है इसके कार्यक्रमों, सत्रों की रचना इस प्रकार की जाए कि समान प्रकार की चुनौतियों का सामना करने के लिए देशभर की पुलिस की एक रणनीति हो, आपके चर्चा सत्रों और निष्कर्षों में इसके लिए जगह हो। ये बहुत जरूरी है कि पुलिस अपराधी से दो कदम आगे रहे, इसके लिए पुलिस को भी आधुनिक बनना पड़ेगा। जब तक कॉन्स्टेबल, हेड कॉन्स्टेबल तक टेक्नलॉजी के संस्कार नहीं जाते, हम नए प्रकार के अपराधों के खिलाफ नहीं लड़ सकते।
गृहमंत्री ने समझाय़ा आगे बनने वाला देश का टेक्नलॉजी स्ट्रकचर
पीएम मोदी ने पुलिस टेक्नलॉजी मिशन की घोषणा की है, इसके लिए कच्चा खाका बना लिया है। इसके माध्यम से ढेर सारी चीजें, एक समान रूप से पूरे देश की पुलिस, हर एक थाना सज्ज हो सके। देशभर में एक ही प्रकार की वायरलेस, एक ही प्रकार के सीसीटीवी लगें। एक्सचेंज ऑफ इंफॉर्मेशन की सारी चीजें हों, एक्सचेंज ऑफ डेटा का अधिकार भी देश की हर पुलिस को हो। इस प्रकार की व्यवस्था हम टेक्नलॉजी मिशन के माध्यम से करना चाहते हैं। इससे देश का बहुत बड़ा फायदा होगा आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करना है तो पुलिस को मॉर्डनाइज करना पड़ेगा।
‘नफीस’ बनेगी पुलिस के लिए सहायक
नई टेक्नलॉजी की बात करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि एक नफीस करके सेवा भी हम आगे ले जाने वाले हैं। देशभर की पुलिस के पास करोड़ों में फिंगर प्रिंट का डेटा है। नफीस के माध्यम से जैसे ही अपराधी के फिंगर प्रिंट को कम्प्यूटर में डालेंगे वह डेढ़ मिनट के अंदर आपको नाम दे देगा। ये सिस्टम तभी ऑपरेट हो सकता है। जब आपके के थाने के अंदर की ट्रेनिंग का ये हिस्सा हो। पुलिस की उपस्थिति ही लॉ एंड ऑर्डर को अच्छा रख सकती है। बीट की पेट्रोलिंग, चाहे दस ही लोग निकलें, लेकिन बहुत महत्वपूर्ण संतोष लोगों के बीच खड़ा कर देती है।