युद्ध स्तर पर हो 15 से 18 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण – CM शिवराज

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। इसलिए तीसरी लहर से बचने की पूरी तैयारी रखने की जरूरत है। एक्टिव केस 608 हो गए हैं। गत 21 नवम्बर को केवल 85 केस थे। ओमिक्रॉन के 11 केस आए हैं जो पूरे स्वस्थ हो गए हैं। कोरोना को पराजित करने के लिए हम सब मिलकर प्रयास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास से जिला, विकास खंड, वार्ड और पंचायत स्तरीय क्रॉइसिस मैनेजमेंट ग्रुप्स को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, फ्रांस, साउथ अफ्रीका में बहुत अधिक केस आए हैं। इनकी स्थिति को ध्यान में रखकर प्रदेश में तीसरी लहर से बचने की तैयारी पूरी कर ली जाए।

बच्चों को लगाई जाएगी कोवैक्सीन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज में 90 प्रतिशत से कम टीकाकरण वाले जिले मेहनत कर प्रतिशत को बढ़ायें। 15-18 वर्ष के बच्चों का टीकाकरण 3 जनवरी से प्रारंभ हो रहा है। टीकाकरण युद्ध स्तर पर हो। बच्चों को कोवैक्सीन ही लगाई जाना है। इसका ध्यान रखना होगा। वैक्सीनेशन केवल स्कूलों में ही होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि होम आइसोलेशन हमारी प्राथमिकता होगी। जिनको घर में रखें उन्हें किट भी दें। पीएसए प्लांट क्रियाशील रहें। मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना में निजी अस्पतालों का अनुबंध 31 मार्च तक बढ़ाया गया है। इसके लिए सभी कलेक्टर तेजी से अनुबंध करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सार्थक पोर्टल पर बिस्तरों की संख्या उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए।

प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में करेंगे तीसरी लहर से मुकाबला

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत में 140 करोड़ टीके लग चुके हैं। उनके कुशल नेतृत्व में हम सब मिलकर तीसरी लहर से मुकाबला करेंगे। सांसद, विधायक, समाजसेवी, धर्मगुरु, पतंजलि योगपीठ, गायत्री परिवार, जनअभियान परिषद, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, लायंस क्लब, रोटरी क्लब आदि सभी को इसके लिए जोड़ना है। प्रभारी मंत्री सबको जोड़कर काम करायें। ग्राम, पंचायत और वार्ड स्तरीय समितियाँ खाँसी, जुकाम, हल्का बुखार को गंभीरता से लें। ऐसे लक्षण हैं तो तुरंत सेम्पल लिया जाकर टेस्ट होना चाहिए। इलाज की व्यवस्था करायें। होम आइसोलेशन वाले मरीजों पर निरंतर नजर रखकर स्वास्थ्य की जानकारी लें। कोविड के अनुकूल व्यवहार का पालन सुनिश्चित करें। अनावश्यक भीड़ इकट्ठा न होने दें।

बच्चों का टीकाकरण करवाकर ही हम चैन की साँस लेंगे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण करवाकर ही हम चैन की साँस लेंगे। यह सबसे बड़ी सुरक्षा है। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ वैक्सीनेशन सुनिश्चित करायें। समन्वय करके टेस्ट की संख्या बढ़ायें। ब्लॉक स्तर पर कोविड केयर सेन्टर बनाने की तैयारी कर लें। अस्पतालों में भीड़ न बढ़े इसके लिए कोविड केयर सेन्टर्स पर मरीजों को रखें। अस्पताल भी चाक-चौबंद रहें। जिले में तत्काल एक कोविड केयर सेंटर प्रारंभ कर दिया जाए। टेस्ट करना सावधानी और सुरक्षा है। जनता को टेस्ट के लिए जागरूक करें। सेम्पल देने में कोताही न बरतें। फीवर क्लीनिक जहाँ चालू नहीं हैं उन्हें चालू करें। अंतर्राज्यीय रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड पर टेस्ट की व्यवस्थाएँ हों। कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग सुनिश्चित करवायें। एक व्यक्ति को कोरोना होने पर उसके आसपास के लोगों की टेस्टिंग भी हो। निर्धारित लेब में सेम्पल भेजकर 24 घंटे के भीतर परिणाम दिये जाये। शासकीय अस्पतालों में विभिन्न प्रकार के बिस्तरों की संख्या, दवाइयाँ कम से कम एक माह की होनी चाहिए। वेंटीलेटर भी दुरुस्त रहें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ऑक्सीजन की व्यवस्था ठीक रहे। मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना में प्रभारी मंत्री के निर्देशन में कलेक्टर प्राइवेट अस्पतालों से अनुबंध कर लें। कोविड केयर सेन्टर एवं होम आइसोलेशन के रोगियों की सतत निगरानी हो। जरूरत हो तो अस्पताल में रिफर करें। कोविड कन्ट्रोल एवं कमांड सेंटर यह व्यवस्था देख लें।

सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर हो इलाज

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मोबाइल मेडिकल यूनिट को सक्रिय किया जाये। रैपिड रिस्पांस टीम सूचना प्राप्त होते ही तत्काल पहुँचे। सार्थक पोर्टल पर रोज वांछित जानकारी अपलोड की जाए। सरकार द्वारा निर्धारित दर पर इलाज हो। साफ-सफाई और सुरक्षा की व्यवस्था हो। किसी भी स्थिति में ऑक्सीजन की कमी न हो। यह सबसे जरूरी आवश्यकता है।

मध्यप्रदेश को थमने नहीं देना है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रशिक्षित मानव संसाधन का आकलन कर मांग भेज दें ताकि व्यवस्था की जा सके। पैथोलॉजी जाँच, सीटी स्केन आदि की उपलब्धता के पहलुओं पर भी ध्यान दिया जाए। जन-प्रतिनिधि वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर बच्चों को टीका लगवाने में सहयोग करें। आर्थिक गतिविधियों को ध्यान में रखकर लोगों की जिंदगी बचाना जरूरी है। सभी लोग मास्क लगायें, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें, अनावश्यक भीड़ न लगाये। मास्क न पहनना सामाजिक अपराध है। सेनेटाइजर का उपयोग करें। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए व्यायाम –योग आदि जरूरी है। आवश्यक चीजों का उपयोग लगातार करते रहे। मध्यप्रदेश को थमने नहीं देना है। काम भी करें और कोरोना से जीतने के लिए लड़ें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिलों के सुझावों पर उचित निर्णय लेने की बात कही।

बैठक में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने कोरोना की वर्तमान स्थिति और इससे निपटने के लिये की गई तैयारियों के संबंध में प्रेजेन्टेशन दिया।

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

Open chat
Hello 👋
For more details contact us