उम्मीदों के दीप जलाकर इंदौर में आज से शुरू हुआ 3 दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन

भोपाल। प्रदेश की आर्थिक राजधानी और देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में आज से 3 दिवसीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन शुरू हो चुका है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने उम्मीदों के दीप जलाकर सम्मेलन का शुभारंभ किया। बता दें कि 17वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन में दुनियाभर के 70 देशों के 3500 से ज्यादा प्रतिनिधि शिरकत करेंगे। सम्मेलन के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा कि जब आपलोग (प्रवासी भारतीय मेहमान) आ रहे थे, तब इंदौर में इस बात को लेकर झगड़ा हो रहा था कि आपलोग होटलों में क्यों ठहरेंगे, घरों में रुकेंगे। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जिन्होंने हमपर 200 साल तक शासन किया था, हम उन्हें पीछे छोड़ दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। ज्ञात रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद मोदी 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 जनवरी को सम्मेलन के समापन समरोह में शामिल होंगी और प्रवासी भारतीयों को सम्मानित करेंगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि मैं मध्यप्रदेश वाला हूँ तो आपका भी मामा हुआ। इंदौर में आपका साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से स्वागत है। यह स्वागत आत्मीय है, भावनाओं से है और भावनाओं का प्रकटीकरण आप इंदौर की सड़कों पर देख रहे होंगे। इंदौर में तो झगड़ा हो रहा था कि हम आपको होटल नहीं, अपने घर में ठहराएंगे। अतिथि देवो भवः की परंपरा का निर्वाह करते हुए हम आपका स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि जब पश्चिमी देशों में सभ्यता का सूर्योदय नहीं हुआ था, तब हमारे देश में ऋषियों ने वेदों की ऋचायें रच दी थीं। मोदी जी वसुधैव कुटुम्बकम के मूलमंत्र को लेकर चल रहे हैं। युवा वो नहीं है जिसकी उम्र कम होती है, युवा वो है, जिसके पैरों में गति होती है, जिसके सीने में आग होती है, जिसकी आँखों में सपने होते हैं और उन्हें वह साकार करके ही चैन की सांस लेता है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि दुनिया में कोई ऐसा काम नहीं है जो तुम न कर सको और भारत के युवाओं ने कर दिखाया है। दुनिया में जहाँ गए, वहाँ एक अलग पहचान बनाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के सभी देशों में आपने भारत का डंका बजाया है। एक व्यक्ति अगर ठान ले तो वो दुनिया बदल सकता है। मोदी जी ने जब स्वच्छता का नारा दिया, तो सभी लोगों ने झाड़ू थाम ली, इंदौर ने तो स्वच्छता का छक्का लगाया। डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया जैसे कार्यक्रम। अनेक क्षेत्रों में भारत दुनिया को दिशा दिखा रहा है। भारत को अर्थशक्ति बनाना है, इसके लिए इनोवेशन की जरूरत है। जो विचार दिमाग में आये, उसको जमीन पर उतारना ही नवाचार है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत के नौजवान नवाचार कर रहे हैं। आइडिया, उसके लिए रोडमैप और उस पर चलने का साहस जरूरी है। भारतीय मेधा और विश्वसनीयता ही है कि बड़ी बड़ी कंपनियों में बड़े पदों पर भारतीय आसीन हैं। सुंदर पिचाई, इंदिरा नूई, सत्या नडेला जैसे कितने नाम हैं जिन्होंने सफलता के झंडे गाड़े हैं। भारत के प्रवासी युवाओं ने अपनी प्रतिभा के दम पर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में लोहा मनवाया है। देश की प्रगति और विकास के लिए ये दोनों क्षेत्र महत्वपूर्ण हैं। 100 से अधिक स्टार्टअप को यूनिकॉर्न बनाया है। गाँव गाँव से युवा निकल रहे हैं। इंदौर ने 1,500 स्टार्टअप दिए हैं।
भारत आगे बढ़ रहा है और मध्यप्रदेश भी आगे बढ़ रहा है। हमारी विकास दर 19.76% है। मैं एक बार फिर आपका स्वागत करता हूँ। आप सराफा बाजार तो जाएँ ही, साथ में 56 दुकान भी जाना। आप महाकाल महलोक भी जाएँ। हमारे पास 11 टाइगर पार्क हैं । मध्यप्रदेश टाइगर, लेपर्ड, वल्चर स्टेट है और अब तो ये चीता स्टेट भी बन गया है।जब भी आपको कोई आइडिया आये, आप मामा को याद कर लेना, उसे जमीन पर उतारने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
है नहीं ये हाथ केवल हाथ मलने के लिए, तू इन्हें मुट्ठी बना दुनिया बदलने के लिए!
इसलिए मनाया जाता है प्रवासी भारतीय दिवस
देश की आज़ादी के लिए अपना सर्वत्र न्यौछावर करने वाले महात्मा गांधी जब दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश लौटे थे उसी दिन को प्रवासी भारतीय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
बता दें कि वर्ष 1915 में 9 जनवरी को महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश वापस आए थे। इसलिए 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है। प्रवासी भारतीय दिवस मनाने का निर्णय एल.एम. सिंघवी की अध्यक्षता में भारत सरकार द्वारा स्थापित भारतीय डायस्पोरा पर उच्चस्तरीय समिति की सिफारिशों के अनुसार लिया गया था। तब से हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है।
सम्मेलन से पहले मुख्यमंत्री ने किया पौधारोपण
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन की शुरुआत के पहले हर दिन की तरह इंदौर में पौधारोपण किया। इसके बाद प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित किया।