राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ‘नवीन स्वास्थ्य संस्थाओ’ का किया भूमिपूजन और लोकार्पण, CM शिवराज रहे मौजूद
देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नवीन स्वास्थ्य संस्थाओ का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। बता दें, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद नवीन स्वास्थ्य संस्थाओं के भूमि पूजन एवं लोकार्पण कार्यक्रम का दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया इस कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए। सीएम की तारीफ करते हुए कोविंद बोले कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूती प्रदान करने के लिए मैं राज्यपाल मंगू भाई पटेल और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान तथा उनकी पूरी टीम की सराहना करता हूं। इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा हमारे प्रदेश में वर्षों तक कोई मेडिकल कॉलेज नहीं खुला था हमने आने के बाद पहले सागर में मेडिकल कॉलेज खोला फिर 13 नए मेडिकल कॉलेज खोले अब और 3 नए मेडिकल कॉलेज खोलने वाले है। हमारा संकल्प है कि कोई भी गरीब बिना इलाज के नहीं रहेगा। हम स्वास्थ्य सुविधाओं को लगातार सुदृढ़ बना रहे हैं।
राष्ट्रपति कोविंद ने आखिर में कहा कि मैं मुख्यमंत्री जी आप की और पूरी टीम की इस बात के लिए सराहना करता हूं। कि जो साधारण लोक जीवन में दो विषय आते हैं शिक्षा और स्वास्थ्य आप शिक्षा पर भी ध्यान दे रहे हैं और स्वास्थ्य संबंधी जो इंफ्रास्ट्रक्चर पूरे मध्यप्रदेश में आठ करोड़ जनता के लिए उपलब्ध कराने की योजना है, आपका सपना है उसे पूरा करें।
सीएम ने कोविड काल के वारियर्स को किया याद
सीएम ने कोविड काल को याद करते हुए कहा कि पहले कोविड़ के दौरान 1 साल पहले का समय आप देखिये महाभयानक स्थिति थी। कोविड़ के प्रकोप के कारण चारो तरफ अप्रैल और मई के महीने में एक अलग प्रकार की स्थिति थी। हमारे कई वो लोग आज याद आ रहे हैं विशेषकर वो भाई और बहन जो डॉक्टर्स थे, पैरामेडिकल स्टाफ के हमारे साथी थे, नर्स वार्ड-बॉय थे। जिन्होंने पूरी शिद्दत और कर्मठता के साथ कोविड़ पीड़ित भाइयों और बहनों की सेवा की और उनमें से कुछ ऐसे थे जो हमारे बीच नहीं रहे। आज मैं उन सब को दोनों हाथ जोड़ के श्रद्धा सहित नमन करता हूँ।
मध्यप्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में 5वे नंबर पर
सीएम ने कहा कि आज मुझे कहते हुए गर्व है। भारत सरकार की एनएएसजी संस्था है उन्होंने जो सर्वे किया, इस सर्वे के हिसाब से मध्यप्रदेश पहले शिक्षा के क्षेत्र में 17 वे नंबर पर था। अब 5वे नंबर पर पहुंच गया है। मैं, आनंद के साथ आपको यह सूचना दे रहा हूं। हम लगातार इस क्षेत्र में प्रयास कर रहें हैं। हम 5वे नंबर से संतुष्ट नहीं रहेंगे। हमारी कोशिश रहेगी हम मध्यप्रदेश को प्रथम नंबर पर ले जाएं।
आपदा को अवसर में बदल दो तभी देश आत्मनिर्भर बनेगा
सीएम ने बताया कि मैं, भी कोविड पीड़ित था अस्पताल में भर्ती था मैंने, प्रधानमंत्री जी का उद्बोधन सुना आत्मनिर्भर भारत। उन्होंने कहा “आपदा को अवसर में बदल दो।” आत्मनिर्भर भारत बनाएं, मेरे मन में विचार आया। आत्मनिर्भर भारत के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण करें। अस्पताल के बिस्तर से ही हमने अनेकों विशेषज्ञों को वार्चुअली जोड़ा और तीन दिन की विचार विमर्श की श्रंखला चलाई। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश बनाने के लिए 4 प्रमुख चीजें हमने तय की! इन्फ्रास्ट्रक्चर मुझे कहते हुए गर्व है मध्यप्रदेश में शानदार सड़कें हो, रोड कनेक्टिविटी हो, बाकी कनेक्टिविटी हो मध्यप्रदेश में अद्भुत काम हुआ है।
शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम्
सीएम ने बताया कि दुनिया में हमारे यहां का पहला सुख निरोगी काया है। शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम् , स्वस्थ शरीर के बिना काम नहीं चलता और स्वास्थ्य भी केवल शारीरिक नहीं मानसिक, बौद्धिक, भावनात्मक भी चाहिए। केवल पहलवान बनने से काम नहीं चलता। इसलिए कैसे यह सारे स्वास्थ्य हम हासिल कर सकें। उसके लिए भी एक सामान्य नागरिक के नाते सोचता हूं कोई बीमारी ना हो तो उसके लिए योग और प्राणायाम, ध्यान यह रामबाण है मैं, स्वयं करता हूं। एक बार ईश्वर से नाता जोड़ने की कोशिश करते हैं सुपर पावर से जुड़ जाओ तो मन की कई तकलीफ समाप्त हो जाती है मन ऊर्जा से भर जाता है कई बार सुबह 6:30 बजे से ही काम में लग जाते है आनंद आता है। इसका भी अपना महत्व है कई हम स्वस्थ रहने में हम उपयोग करें। सीएम बोले कि दूसरा जैसा खाएं अन्न वैसा बने मन। हमारे यहां कहा गया है जैसा खाओगे वैसे बनोगे।