हम कुछ ऐसा करके जाएँ, कि लोग हमारे जाने के बाद भी हमें याद रखें- ‘सिविल सर्विस डे’ पर बोले CM शिवराज
आज 21 अप्रैल को “सिविल सर्विस डे” के अवसर पर आज आर.सी.व्ही.पी. नरोन्हा प्रशासन अकादमी, भोपाल में कार्यक्रम आयोजित किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने “सिविल सर्विस डे” पर भोपाल में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया।
मुझे मध्यप्रदेश की प्रशासनिक टीम पर गर्व है- सीएम
सीएम शिवराज ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि सिविल सर्विस डे पर आप सभी को शुभकामनाएँ। जब भी चुनौती सामने आई, हम डरे और घबराये नहीं, हम घर नहीं बैठे, हमने अपनी जान दाँव पर लगाकर जनता को लाभ पहुँचाया। सरकार नीतियाँ तय करती है और योजनाएँ बनाती है। इन्हीं योजनाओं का सफल क्रियान्वयन कर हमने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य की श्रेणी से निकालकर विकसित राज्यों की श्रेणी में खड़ा कर दिया। मैं आज उनको भी प्रणाम करता हूँ जो इस यात्रा में शामिल थे और आज हमारे बीच नहीं है। मुझे मध्यप्रदेश की प्रशासनिक टीम पर गर्व है।
सीएम ने कोरोना में जान गवाने वोले अधिकारियों को किया याद
सीएम ने प्रशासनिक टीम की तारीफ करते हुए कहा कि जब मैंने मध्यप्रदेश में लाडली लक्ष्मी योजना बनाने की बात रखी, तो अधिकारियों ने मना किया। लेकिन इसी टीम ने इस योजना का ऐसा सफल क्रियान्वयन किया, कि देश के अधिकांश राज्यों ने इस योजना को अपनाया। मैं गर्व के साथ कह सकता हूँ कि जब-जब मैंने कुछ सोचा, तो मेरी टीम ने मिलकर उसे क्रियान्वित करने के लिए प्रयास किये। उन्होने आगे कहा कि कोरोना के कठिन दौर में अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए जो अधिकारी इस दुनिया से चले गए, मैं उनके चरणों में प्रणाम करता हूँ।
सीएम ने की पीएम मोदी की तारीफ
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी अद्भुत नेता हैं। मैं कई बार सोचकर आश्चर्यचकित हो जाता हूँ कि वो सभी दिशाओं में इतना कैसे सोच लेते हैं। उन्होंने मिशन कर्मयोगी की शुरुआत की। हमने यदि जनता की सेवा का रास्ता चुना है, तो केवल करियर के लिए नहीं, दायित्वों का निर्वाह करते हुए जनता की जिंदगी बदलने के लिए चुना है।
हम कुछ ऐसा करके जाएँ, कि हमें लोग हमारे जाने के बाद भी याद रखें
सीएम शिवराज ने बड़ी बात करते हुए कहा कि हम सदैव ध्यान रखें, कि हम जैसा कर रहे हैं, उससे और बेहतर करने की कोशिश करें। हमें खुद को अपडेट करते रहने की जरूरत है। हमें अगर किसी कार्य को करने की धुन सवार होती है, तो शरीर भी मन के साथ काम करने लगता है, हमें फिर न तो भूख लगती है और न ही थकान होती है। मैं समझता हूँ कि व्यक्ति यदि चाह ले, तो वह ब्रह्मांड पर कमांड कर सकता है। हम जनता को बेहतर सुविधाएँ दे पाएँ, उसी में हमारे जीवन की सार्थकता है। इस दुनिया में कुछ भी परमानेंट नहीं है। जो आया है, वो जाएगा। हम कुछ ऐसा करके जाएँ, कि हमें लोग हमारे जाने के बाद भी याद रखें। एक कलेक्टर जिले को बदलने की ताकत रखता है। एक एसपी कानून और व्यवस्था में परिवर्तन ला देता है।
सीएम ने बताया किस तरह के दृष्टिकोण के साथ काम करें
सीएम ने तीन दृष्टिकोण बताते हुए नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि पहला ये है कि रोते गाते जैसे तैसे सवेरे 10:00 से लेकर 5:00 बजे तक दफ्तर में बैठना और फाइल पलटना है। रोते गाते करने का भाव हो सकता है, कब छुट्टी मिले और भागें यहां से।दूसरा दृष्टिकोण है ड्यूटी है पूरी कर रहे हैं। लेकिन अपनाने वाला दृष्टिकोण यह है कि प्रदेश के निर्माण के लिए, देश बनाने का सौभाग्य मुझे मिला है। अपनी क्षमता को उस काम में लगाकर, मैं उस काम को करूं। अगर आप तीसरा दृष्टिकोण रखेंगे हमेशा आनंद और प्रसन्नता से भरे रहेंगे।