जानिए आखिर ऐसा क्यों बोल रहे शिवराज कि कांग्रेस ने बहनों के मुंह से छीना पोषण आहार

भोपाल। एमपी के सहरिया, बैगा और भारिया जनजाति समाज की 2 लाख 33 हजार बहनों के खाते में सोमवार को सीएम शिवराज ने पोषण आहार के लिए 23 करोड़ 36 लाख रुपए की राशि डाली। साथ ही सीएम ने स्व-सहायता समूह की बहनों को विश्वास दिलाया कि आपकी हर जरूरतों को आपका यह भाई शिवराज पूरा करेगा। सीएम ने प्रदेश की महिलाओं-बहनों से स्व-सहायता समूह से जुड़ने की अपील की ताकि परिवार की आमदनी बढे और वह लोग बेहतर तरीके से जीवन जी सकें।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीएम शिवराज ने प्रदेश भर की सहरिया, बैगा और भारिया जनजाति की बहनों से कहा इस बार कई दिनों के बाद बात हो रही है। अभी बीच में स्थानीय निकायों, ग्राम पंचायतों, नगर निगम, नगर पालिकाओं के चुनाव आ गए थे इसलिए हम आपके खाते में पैसा प्रत्यक्ष रूप से नहीं डाल सके थे। आज मैं सिंगल क्लिक के माध्यम से जो राशि डाल रहा हूं वह सीधे आपके खाते में पहुंचेगी। बैगा, भारिया, सहरिया भाइयों और बहनों को प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान दिए जा रहे, पीने के पानी के लिए जल जीवन मिशन के माध्यम से अभियान चलाया जा रहा है, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 5 लाख रुपए तक का अस्पतालों में फ्री में इलाज हो रहा है। आपकी सब जरूरतों को पूरा करने के लिए आपका ये भाई आपके परिवार के साथ खड़ा है।
सभी बहने स्व-सहायता समूह से जुड़े: शिवराज
सीएम ने बताया कि महिला स्व-सहायता समूह मध्यप्रदेश में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। 17 सितंबर को प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश आने वाले हैं। कराहल, श्योपुर जिले के और आसपास की स्व-सहायता की बहने उस कार्यक्रम में सम्मिलित होंगी, जो बहने स्व-सहायता समूह से नहीं जुड़ी वह जरूर जुड़ें ताकि वह अपने परिवार का बेहतर ढंग से जीवन यापन कर सकें। उन्होंने स्व-सहायता समूह की महिलाओं को भरोसा दिलाया कि ये सरकार आपकी है, मुख्यमंत्री, मंत्री आपके हैं। आपकी बेहतरी, कल्याण के लिए है। आप सरकार की सभी योजनाओं का बेहतर लाभ उठाइए और अपने जीवन को और अच्छा बनाने का काम कीजिए।
कांग्रेस ने बहनों के मुंह से पोषण आहार छीना: सीएम
सीएम ने पूर्व की कांग्रेस की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी प्रिय बहनों आज सीधे राशि आपके खाते में गई। बीच में कांग्रेस की सरकार आ गयी थी उसने मेरी बहनों के मुंह से पोषण आहार छीनने का पाप किया। उस समय आहार अनुदान की राशि तत्कालीन सरकार ने बंद कर दी थी। कांग्रेस की सरकार ने बहनों को पोषण आहार के 1 हजार रुपए देना बंद कर दिया था। जैसे ही हमारी सरकार बनी हमने तुरंत बहनों को पोषण आहार की राशि देना फिर से शुरू किया।