जानिए आखिर चीतों के पुनर्विस्थापन के लिए पीएम मोदी ने एमपी को ही क्यों चुना, पढ़े पीएम के मन की बात
श्योपुर। शनिवार का दिन मध्यप्रदेश के लिए ऐतिहासिक रहा। अपने जन्मदिन पर मध्यप्रदेश को 8 चीते सुपुर्द करने के बाद पीएम मोदी ने कराहल में स्व-सहायता समूह के सम्मेलन को भी संबोधित किया। साथ ही पीएम ने सिंगल क्लिक के माध्यम से शिवपुरी, मंडला, शहडोल और तामिया में विशेष पिछड़ी जनजातीय समूह कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ किया। इस दौरान पीएम ने मध्य प्रदेश की जनता पर भरोसा जताया कि मध्य प्रदेश की जनता खुद पर मुसीबत झेल लेगी लेकिन चीतों पर कोई मुसीबत नहीं आने देगी। वहीं सीएम शिवराज ने कूनो नेशनल पार्क में चीते आने से पर्यटन और रोजगार बढ़ने की बात कही।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा मैं मध्य प्रदेश समेत श्योपुर इलाके के नागरिकों को बधाई देता हूं। हिंदुस्तान तो बहुत बड़ा है, जंगल भी बहुत हैं, वन्य पशु भी बहुत जगह पर हैं लेकिन यह चीते आपके यहां लाने का भारत सरकार ने निर्णय क्यों किया क्या कभी आपने यह सोचा है। यह चीते आपको सुपुर्द इसलिए किए क्योंकि आप पर हमारा भरोसा है, आप मुसीबत झेल लेंगे लेकिन चीते पर मुसीबत नहीं आने देंगे यह मेरा विश्वास है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के लोगों ने कभी मेरे भरोसे को तोड़ा नहीं, मेरे भरोसे पर आंच नहीं आने दी। श्योपुर इलाके के लोगों पर भी मुझे पूरा भरोसा है कि मेरे भरोसे पर आंच नहीं आने देंगे।
स्व-सहायता समूह और आदिवासी बहनों ने किया बेहतर काम
स्व-सहायता समूह की बहनों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने के लिए विशेष प्रयास करने पर पीएम मोदी ने शिवराज सरकार की सराहना की। सरकार ने अनेक ग्रामीण बाजार स्व-सहायता समूह से जुड़ी बहनों के लिए बनाए हैं। इन बाजारों में स्व-सहायता समूह ने 500 करोड रुपए से अधिक के उत्पादों की बिक्री की है, यानी कि इतना सारा पैसा आपकी मेहनत से गांवो की बहनों के पास पहुंचा है। मध्य प्रदेश सहित देश की लाखों आदिवासी बहने प्रधानमंत्री जन धन योजना का लाभ उठा रही हैं। जल्द ही पीएम कौशल विकास योजना के तहत जनजाति क्षेत्रों में नए स्कीलिंग सेंटर बनाने की बात कही।
तेजी से बढ़ेगा पर्यटन और रोजगार: सीएम
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा इन चीतों का मध्यप्रदेश की धरती में आना कोई साधारण घटना नहीं है। प्राणियों में सद्भावना हो जो भारत का मंत्र है उसको पीएम ने साकार किया। अब श्योपुर में बड़ी संख्या में चीता देखने के लिए पर्यटक आएंगे और जब पर्यटक आएंगे तो गाड़ियां लगेंगी, होटल, रेस्टोरेंट चलेंगे कई तरह का रोजगार मिलेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने बहनों से पोषण आहार का काम छीन कर ठेकेदारों को दे दिया था लेकिन हमने वह काम फिर से ठेकेदारों से छीन कर स्व-सहायता समूह की बहनों के हवाले कर दिया। अब स्व सहायता समूह की बहने टेक होम राशन बना रही, 7-7 कारखाने चला रही है यह महिला सशक्तिकरण का प्रतीक है।
जन कल्याणकारी योजनाओं से सुधरा लिंगानुपात
सीएम शिवराज ने बताया कि मध्यप्रदेश में लाडली लक्ष्मी जैसी योजनाओं के कारण लिंगानुपात में भी सुधार हुआ। पहले जहां 1 हजार बेटों पर 912 बेटियां पैदा होती थी, अब 1 हजार बेटों पर 976 बेटियां जन्म ले रही है। पीएम मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का आह्वान किया, उनकी कई योजनाएं मध्यप्रदेश में हमने ठीक से लागू की प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से लेकर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ तक अभियान चला तो बहनों-बेटियों का सशक्तिकरण हो रहा है और वह तेजी से आगे बढ़ रही हैं।