हम अगर ठान लें तो असंभव कुछ नहीं है, हमें जी जान से काम करना है- CM शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कल रात मंत्री-मंडल के सदस्यों के साथ बस द्वारा पचमढ़ी के लिए रवाना हुए थे। चौहान दो दिन तक पचमढ़ी में रहकर मंत्री-मंडल के सदस्यों के साथ जनकल्याणकारी कार्यक्रमों पर विचार- विमर्श कर रहे हैं। आज चिंतन बैठक के पहले प्रजेंटेशन में कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। जिसकी अगवानी सीएम शिवराज ने की। बता दें, पहला प्रजेंटेशन मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को पुनः प्रारंभ करने का है जिसे पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने प्रस्तुत किया। इस प्रजेंटेशन की समिति में मंत्री उषा ठाकुर, गोविंद राजपूत और मोहन यादव शामिल हैं।
कैसी होगी मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की रुपरेखा
दरअसल, कोविड काल में यह योजना बंद हो गई थी, लेकिन अब अप्रैल माह में पुनः यह योजना शुरू होगी। अप्रैल माह में 2 – 3 ट्रेन भेजने का निर्णय लिया गया है। यह योजना गंगा स्नान, काशी कारीडोर, संत रविदास और कबीरदास के स्थलों के दर्शन के साथ शुरू होगी। पुनः शुरू होने वाली तीर्थ दर्शन यात्रा में मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्री भी ट्रेन में तीर्थ यात्रियों के साथ जायेंगे। बोगी में स्पीकर सिस्टम के माध्यम से तीर्थ स्थलों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। तीर्थ दर्शन यात्रा के कुछ स्थलों को हवाई तीर्थ दर्शन यात्रा से भी जोड़ा जाएगा। सरकार कुछ तीर्थ स्थलों को वायु मार्ग से भेजने पर विचार करेगी, आज सुझाव आया है , इसे सभी संभावनाओं पर विचार कर जल्द अंतिम रूप दिए जाने के निर्देश दिए गए।
चिंतन-मंथन से जो अमृत निकलेगा उसे जनता के बीच बाटेंगे- सीएम
बैठक के शुरुवात में सीएम शिवराज ने सभी मंत्रिमंडल का स्वागत करते हुए कहा कि मित्रों चिंतन बैठक में आप सब का स्वागत है बिना किसी तामझाम के, कई बार मंत्रियों की बैठक होती है तो ए.सी. टेंट, डोम पता नहीं क्या-क्या व्यवस्था करने की कल्पना होती है। लेकिन हमने तय किया है सतपुड़ा पर्वत श्रंखला में स्थित यह अपनी पचमढ़ी इसके प्राकृतिक सौंदर्य के बीच बैठकर इस प्राकृतिक वातावरण में बिना किसी आडंबर के हम गंभीर चिंतन करेंगे, कल शाम तक हमारा चिंतन चलेगा और लगातार हमको सोचना भी है, फैसले भी करने हैं, गहराई से चिंतन होगा और निश्चित तौर पर इस चिंतन मंथन से जो अमृत निकलेगा, उसको हम जनता के बीच बाटेंगे, जनता के कल्याण के लिए, प्रदेश के विकास के लिए इसका उपयोग करेंगे।
हम हिंदुस्तान की सर्वश्रेष्ठ टीम हैं – CM शिवराज
सीएम शिवराज ने अपनी टीम की तारीफ करते हुए कहा किमैं प्रारंभ में एक बात कहना चाहता हूं। और वह आप गहराई से आत्मसात कर ले, हम मध्य प्रदेश के बहुत महत्वपूर्ण लोग हैं यह अहंकार के लिए नहीं कह रहा हूं। मेरा अपना मानना है कि, हम अगर ठान लें तो असंभव कुछ नहीं है। कल जब हम बस से रवाना हो रहे थे मैंने तब भी कहा था। यह टीम ! मैं मानता हूं, हिंदुस्तान की सर्वश्रेष्ठ टीम है हर एक के प्लस माइनस होते हैं सब में विशेषताएं और कोई न कोई किमी भी है। टीम का मतलब यह है विशेषताओं का उपयोग करना, जिसमें जो गुण है उसका प्रदेश की जनता के लिए कैसे बेहतर इस्तेमाल किया जाए। एक टीम भाव से, हम सब मिलकर एक दिशा में सोचें और विचार में बहुत ताकत होती है। कल शाम तक हमारा चिंतन चलेगा।
हमें जी जान से काम करना है- सीएम
मंत्रिमंडल के अपने साथियों को मोटीवेट करते हुए सीएम शिवराज ने कहा किहम में से हर एक मंत्री ऐसा है, कोई रोड़ों का जाल बिछा सकता है, कोई सिंचाई का प्रबंध कर सकता है, कोई शहरों का और गांव का विकास कर सकता है, तो कोई कृषि में चमत्कार कर सकता है, कोई फॉरेस्ट के माध्यम से तकदीर बदल सकता है, तो कोई टूरिज्म के माध्यम से रोजगार के नए साधन पैदा कर सकता है, निवेश की व्यवस्थाएं कर सकता है, कोई शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में चमत्कार कर सकता है। आखिर हम ही हैं वह लोग हैं जिन्हें यह करना है इसलिए आज अगर हम बैठे हैं यह कर्मकांड बिल्कुल नहीं है। मेरे मन में जो विचार आया बहुत गंभीरता से आया कि कोविड की विपरीत परिस्थितियों में हमने काम किया है अब और गहराई में उतर कर अपने मध्यप्रदेश के लिए अपनी जनता के लिए जी जान से काम करना है।
हम अगर ठान लें, तो असंभव कुछ नहीं है- सीएम
अपने साथियों की चेतना को जगाते हुए सीएम बोले कि मेरा अपना मानना है कि हम अगर ठान ले, तो असंभव कुछ नहीं है। कल हम लोग जब बस से रवाना हो रहे थे तब भी कहा था मैं ये मानता हूं ये टीम हिंदुस्तान की सर्वश्रेष्ठ टीम है हर एक के प्लस और माइनस होते हैं. सब में विशेषताएं भी हैं और कोई ना कोई कमी भी है। टीम का मतलब ये है कि विशेषताओं का उपयोग कर लें, जिसमें जो गुण है उसका कैसे बेहतर इस्तेमाल किया जाए। प्रदेश की जनता के लिए। एक टीम भाव से हम सब मिलके एक दिशा में सोचें।