कोई दबंग राज्य शासन के ऊपर जाएगा तो कुचल के फेंक देंगे, पता तक नहीं चलेगा – दहाड़े CM शिवराज
मुख्यमंत्री की चौथी पारी सम्हाल रहे सीएम शिवराज ने आज रवींद्र भवन में जनता को संबोधन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोई कितने समय मुख्यमंत्री रहा, यह महत्वपूर्ण नहीं है। उसने कितना काम किया, यह महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, भोपाल विधायक रामेश्वर शर्मा शामिल हुए।
डाकू रहेंगे या फिर शिवराज
अपराधियों और डाकू को चेतावनी देते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि सालों पहले गाँव में लाइनों में खड़ा करके डाकू लोगों को मार दिया करते थे। मैंने ग्वालियर में बैठक कर मैंने साफ कह दिया था कि मध्यप्रदेश की धरती पर या तो शिवराज सिंह चौहान रहेगा या तो डाकू! मैं गर्व के साथ कहता हूँ कि अपराधी और डाकू या तो जेलों में गए, या मार दिए गए और या तो वो मध्यप्रदेश छोड़कर भाग गए। कोई दबंग राज्य शासन के ऊपर नहीं जा सकता है, कुचल के फेंक देंगे, पता तक नहीं चलेगा। सिमी के आतंकवादियों का नेटवर्क हमने ध्वस्त कर दिया। यह दिग्विजय सिंह के शासन में पनप रहे थे। आठ आतंकी जेल तोड़कर फरार हुए तो हमारी पुलिस ने उन्हें ज्यादा दूर नहीं जाने दिया, उन्हें पास में ही ढेर कर दिया। सज्जनों के लिए हम फूल से ज्यादा कोमल हैं लेकिन दुष्टों के लिए हम वज्र से ज्यादा कठोर हैं।
मध्यप्रदेश के गेहूँ को अब पूरे विश्व में निर्यात करेंगे- CM
सीएम ने किसानों क हक की बात करते हुए कहा कि हमारे गेहूँ के लिए कंपनियाँ कहती हैं कि इसके दाने सोने जैसे हैं। हमने तय किया है कि मध्यप्रदेश के गेहूँ को अब पूरे विश्व में निर्यात करेंगे। आज दिल्ली में मेरी निर्यातकों के साथ बैठक थी। दुनिया के किसी भी देश में अगर हमारा गेहूँ जाएगा, तो उस पर मंडी टैक्स नहीं लगेगा, आज हमने तय किया है। इससे किसानों को फायदा होगा। हमारी सरकार मिशन की सरकार है, कमलनाथ की सरकार कमीशन की सरकार थी।
शिवराज का कांग्रेस पर तंज
सीएम शिवराज ने कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा कि एक जमाना था जब सड़क में गड्ढा था या गड्ढे में सड़क, समझ में ही नहीं आता था। बिजली आती ही नहीं थी, यह आम बात थी। आज तो अगर घंटे दो घंटे के लिए बिजली चली जाए, तो खबर बन जाती है! दिग्विजय सरकार जैसा ही युग मध्यप्रदेश में तब आया जब कमलनाथ जी की सरकार बनी। मध्यप्रदेश का बंटाधार हो रहा था। दो साल पहले जब हमारी सरकार बनी, तो परिस्थितियाँ बहुत कठिन थीं। कमलनाथ दादा तो पैसे छोड़कर ही नहीं गए थे। लेकिन जहाँ चाह होती है वहाँ राह को निकालना ही पड़ता है! हमने गरीबों को सुविधा देने में पैसों की कोई कमी नहीं आने दी।
मामा के रहते कोई बच्चा अनाथ नहीं रहेगा
अनाथ बच्चों के मामा बनते हुए कहा कि जिन बच्चों के माता-पिता कोरोना के कारण बिछड़ गए, उनकी शिक्षा और राशन की व्यवस्था सरकार कर रही है। वो जब तक अपने पैरों पर खड़े नहीं होंगे, तब तक सरकार उनका ख्याल रखेगी।मध्यप्रदेश की धरती पर मामा के रहते हुए कोई बच्चा अनाथ नहीं रहेगा। हम उनकी देखभाल करेंगे और उनको सही रास्ते पर लाएंगे।
मध्यप्रदेश की विकास दर देश में सबसे ज्यादा
मध्यप्रदेश के गौरव का बखान करते हुए सीएम बोले कि मैं गर्व के साथ बताना चाहता हूँ कि कोविड के कठिन काल में भी मध्यप्रदेश की विकास दर 19.7% रही है, यह देश में सबसे ज्यादा है। कांग्रेस के राज में प्रति व्यक्ति आय 13,000 से 14,000 रुपये थी। आज हमारी सरकार के राज में यह रु. 1,24,000 हो गई है।कांग्रेस ने कर्जमाफ़ी का झूठा वादा किया। दो साल में हमने किसानों के खाते में रु. 1,72,000 करोड़ डाले हैं। कमलनाथ ने तो जीरो पर्सेंट ब्याज पर किसानों को दिया जाने वाला कर्ज ही बंद कर दिया था। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अंतर्गत किसानों को जब रु. 6,000 मिले, तो हमने भी उसमें रु. 4,000 का अतिरिक्त योगदान दिया जिससे किसानों को कुल रु. 10,000 की मदद मिली। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमने प्रधानमंत्री आवास योजना का बजट रु. 10,000 करोड़ रखा है। हम 10 लाख घर इस साल बनाएंगे और 10 लाख घर अगले साल बनाएंगे। मध्यप्रदेश में अगले 3 साल में कोई गरीब बिना मकान के नहीं रहेगा।
नौजवान बेटे-बेटियों का रखा जाएगा ध्यान
एमपी के नौजवानों के बारे में बात करते हुए सीएम ने कहा कि नौजवान बेटे-बेटियों का ध्यान भी हम रखेंगे। हमने तय किया कि जितने विद्यार्थी संबल योजना के अंतर्गत आते हैं, उनकी पढ़ाई की फीस मामा भरवाएगा। कमलनाथ जी ने यह संबल योजना ही बंद कर दी! इसमें से नाम भी काट दिए गए। अब ये योजना भी चालू हो गई है और पात्रों के नाम भी जोड़े जा रहे हैं। हमारे मध्यप्रदेश में अगर कोई बच्चा टैलेन्टेड है और गरीब है, तो उसे मन मसोसकर नहीं रहना पड़ेगा, इसकी व्यवस्था हमारी सरकार कर रही है। मैं प्रदेश के बेटे-बेटियों को आश्वस्त करता हूँ कि एक लाख सरकारी भर्तियाँ और निकाली जाएंगी!अब जो 6,000 भर्ती पुलिस में निकलेंगी उसमें हमने तय कर दिया है कि 50% नंबर लिखित परीक्षा के होंगे और 50% नंबर फिजिकल टैस्ट के होंगे। हमने तय कर दिया है कि मध्यप्रदेश की धरती पर मेडिकल की पढ़ाई हिन्दी में होगी। ऐसा हिंदुस्तान में पहली बार होगा। अपनी भाषा में विचारों की जो अभिव्यक्ति होती है, वह दूसरी भाषा में नहीं हो सकती है।