डकैत,नक्सलियों का था आतंक, बल्लभ भवन था दलालो का अड्डा: नरोत्तम मिश्रा

अविश्वास प्रस्ताव पर गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के हमले से विपक्ष हुआ निरुत्तर

भोपाल। शिवराज सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव उसके ही गले पड़ गया। चर्चा कि शुरुआत में ही गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने विपक्ष के आरोपो कि धज्जियां उड़ा कर रख दी। उन्होंने कानून व्यवस्था से लेकर भ्रस्टाचार ओर सेना के सम्मान से लेकर किसानो,बेरोजगारों के अपमान तक के धराप्रभाव उदाहरण गिना कर विपक्ष को अनुत्तर कर दिया। डॉ मिश्रा के प्रभावशाली तरीके से दिए जवाब ने माहौल ऐसा बना दिया की लगा अविश्वास प्रस्ताव का सामना कांग्रेस कर रही हो।

बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव पर नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू कि उन्होंने लगभग एक घण्टे से अधिक समय तक दिए अपने भाषण में सरकार पर कई आरोप लगाए । उसके बाद चर्चा में भाग लेते हुए आरोपो के जवाब एक, एक कर गृह व संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने देना शुरू किया तो विपक्षी खेमे में सन्नाटा खिंच गया। डॉ मिश्रा ने कहा कि विपक्ष प्रदेश में कानून व्यवस्था कि बात करता है। यह वही विपक्ष है कि जब इनकी सरकार थी तब नक्सली घर मे घुसकर मंत्री तक कि हत्या कर देते थे। चम्बल से लेकर विंध्य तक डाकू गिरोह का आतंक था । मालवा में सिमी जैसे आतंकी संगठन का राज था। उस समय कुए में पानी कि जगह हथियार भरे मिलते थे।आज यह सब नही है शिवराज सरकार ने डकैतों, नक्सलियों ओर आतंकियों को नेस्तनाबूत करके रख दिया। आज एक भी सूची बद्ध डकैत गिरोह प्रदेश में नही है। सिमी को खत्म कर दिया गया है और नक्सलियों को आज हम घर मे घुसकर मार रहे है।
लेकिन विपक्ष क्या कर रहा है। परसो ही 12 लाख का इनामी नक्सली मारा गया लेकिन कांग्रेस के एक नेता ने भी इस सफलता के लिए पुलिस की जांबाजी की तारीफ तक नही की।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज है लेकिन यह भी विचार करने वाली बात है कि कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास करता कौन है?क्या कांग्रेस नेता राजा पटेरिया को प्रधानमंत्री के लिए हत्या जैसे शब्द का उपयोग करना था। इनके बड़े नेता सेना के लिए पिटने जैसी ओछी बात करते है। उस सेना के जवान का अपमान करता हो जो माइनस 45 डिग्री में भी हमारी रक्षा के लिए परिवार छोड़कर सीमा पर तैनात रहता है। इसी विपक्ष के माननीय में कोई- कोई अफसरों को धमकी देता दिखता है। कोई गोदाम लूट रहा है कोई खम्बे पर चढ़ रहा है। यह सब क्या है?कानून व्यवस्था पर उंगली उठाने वाले पहले अपनी करतूत देखे।

गृह मंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि यह विपक्ष जो हमारी सरकार पर भ्र्ष्टाचार पर आरोप लगा रहा है लगता है अपने 15 महीने कि सरकार का भ्रष्टाचार भूल गया है। आपके समय तो वल्लभ भवन तो दलाली का अड्डा बनकर रह गया था। कमलनाथ सरकार मेंअधिकारी तो अधिकारी, कुत्तों तक के ट्रांसफर कर दिए गए थे। उन्होने कहा कि ‘कांग्रेस की तत्कालीन तबादला सरकार में 15 महीने में 15 हजार कर्मचारियों और 450 आईएएस ,आई.पी.एस के तबादले हुए। लेकिन अधिकारी कर्मचारी क्या, आपने तो कुत्तों तक को नहीं छोड़ा।
गृह मंत्री ने कहा कि यह लोग किसान,बोजगारो की बात करते है, किस मुह से करते है यह इनकी बात यह ही समझ मे नही आता। इनके नेता राहुल गांधी ने प्रदेश के किसानों को वचन दिया था कि दस दिनों में प्रदेश के किसानों का दो लाख तक का कर्जा माफ कर देंगे। एक भी किसान का दो लाख का कर्जा माफ नही हुआ, बेरोजगारों को रोजगार देने का वचन दिया था। रोजगार देने की बात आई तो कहा ढोर चरा लो,ढोल बजा लो । यह रोजगार है । रोजगार कैसे देते है शिवराज जी से सीखे जिन्होंने एक लाख लोगों को रोजगार दिया। हज़ारो भर्तियां निकाली। बेरोजगारो को 4 हज़ार महीने देने की भी बात कही थी। मुझे ऐसा कोई बेरोजगार नहीं मिला जो कहां हो कि मुझे 4 हज़ार मिले हो | अगर मुझे कोई बेरोजगार युवा मिलकर यह बता दे कि मुझे 4 हजार का बेरोजगारी भत्ता मिला हो मैं उस युवक का सार्वजनीक सम्मान करूंगा|

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