CM शिवराज ने MP की जनता को दीं कई बड़ी सौगातें, जानिए क्या है आपके लिए खास
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश की जनता को आज कई सौगातें दीं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंगल क्लिक के माध्यम से ₹12,858 करोड़ की AMRUT 2.0 योजना, ₹4913 करोड़ की स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) 2.0, ₹460 करोड़ की 14 पेयजल परियोजनाओं का शुभारंभ एवं ₹747 करोड़ की 68 स्मार्ट सिटीज परियोजनाओं का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार, भोपाल में ‘मिशन नगरोदय’ के अंतर्गत ₹21,000 करोड़ के विकास कार्यों का शुभारंभ एवं हितलाभ वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सिंगल क्लिक के माध्यम से ₹795 करोड़ विविध विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन, 745 मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक के विकास हेतु ₹113 करोड़ का 178 नगरीय निकायों को अंतरण एवं प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना अंतर्गत ₹210 करोड़ का वितरण किया। वहीं चौहान ने सिंगल क्लिक के माध्यम से प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) अंतर्गत 80,000 हितग्राहियों को ₹750 करोड़ का वितरण, 30,000 नवीन आवासों का भूमिपूजन, 25,000 आवासों का गृह प्रवेश एवं सांची विदिशा पुल का लोकार्पण किया।
सीएम ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि यह 135 करोड़ जनता का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री जी के रूप में हमें प्रधानमंत्री जी मिले। प्रधानमंत्री जी की संकल्पबद्धता के कारण स्वच्छता को लेकर हमारी सोच बदल गई। आज का दिन अद्भुत है। लगभग ₹22 हजार करोड़ के विकास कार्यों का प्रारंभ, लोकार्पण विजन के साथ प्रस्तुतीकरण हुआ है। एक वैभवशाली, गौरवशाली, सम्पन्न, विकसित भारत के निर्माण कार्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी लगे हैं।
सीएम ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाना है तो शहरों के बिना संभव नहीं है। इसलिए शहर सुंदर और स्वच्छ होने चाहिए। शहर विकास का चेहरा होते हैं, शहर रोजगार देते हैं, शहर सुंदर होने चाहिए। पहले के नगरों को देखो कांग्रेस ने नर्क बना दिया था शहरों को न बिजली, न सड़क, न पानी पूरे प्रदेश का बँटाधार कर दिया था कॉंग्रेस ने याद करो 15 साल पहले के शहर, 50 साल एक पार्टी ने मध्यप्रदेश में शासन किया, क्या हालात थे, आप जानते हैं, न बिजली, न पानी, न सड़क थी, नगरों को नरक बना दिया था। बंटाधार कर दिया था।
सीएम ने कहा कि1993 में बंटाधार-1 आया और 2019 में बंटाधार-2 आया था। पीने के लिए पानी नहीं होता था लेकिन भाजपा की सरकार मुख्यमंत्री पेयजल योजना बनाने का एतिहासिक काम किया है एक नया अध्याय भाजपा ने प्रारंभ किया। कहां एक सरकार थी जो कहती रहती थी कि पैसा नहीं है, लेकिन अब बताओ यह 22 हजार करोड़ रुपए कहां से आ गया। हमने आज इतनी योजनाएं लांच की है जिसमें विकास की अनेकों योजनाएं सम्मिलित हैं।
पीएम मोदी के विकास के पांच मंत्र
प्रधानमंत्री जी ने विकास के पांच मंत्र दिये।पहला शहर विकास का चेहरा बने। शहरी जिंदगी आसान हो। हर नगरवासी को बेहतर से बेहतरजीवन जीने की सुविधा मिले। असमानता कम होनी चाहिए। शहर ऐसा हो जिसमें गरीब से गरीब भी आत्मसम्मान के साथ जीवन यापन कर सके। शहर ऐसा हो जहां कोई कोई भूखा न सोये, कोई बेरोजगार न रहे, कोई बच्चा अनाथ न घूमे, ऐसा शहर जो पौधारोपण करे, ऐसा शहर जो सीमेंट-कंक्रीट का जंगल न बने, उसमें प्रेम हो, स्नेह हो। मां-बेटी, बहन की तरफ किसी ने बुरी निगाह डाली तो उसे सिर्फ जेल नहीं भेजते, उसे आर्थिक रूप से तोड़ देते हैं।
सीएम बोले अब 411 शहरों में गंदा मल जल का पानी खुले नालों में नहीं बहेगा। पेयजल भी सभी 411 शहरों में, ये पैसा विशेष प्रकार के कार्यों के लिए है। शुद्ध पीने का पानी हमारा संकल्प है मुझे गर्व है स्वच्छता में 20 टॉप शहरों में चार मध्यप्रदेश के हैं। हमारे छोटे-छोटे शहरों ने भी चमत्कार किया। उन्होंने अपना अलग स्थान बनाया है। मैं सभी गरीब भाई-बहनों को कहना चाहता हूं, चिंता मत करना तुम्हारे पक्के मकान का सपना भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूरा करेगी। भारत को अगर आत्मनिर्भर भारत बनाना है तो बिना शहरों के हो नहीं सकता। शहर प्रदेश का चेहरा होते हैं। शहर ग्रोथ का इंजन होते हैं। शहर रोजगार प्रदान करते हैं। शहर सुंदर, सुविधायुक्त होने चाहिए।
कांग्रेसी सरकार ने किया एमपी का बंटाढार
सीएम ने तंज करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश का बंटाढार पहले की कांग्रेसी सरकार ने किया था और इसका दूसरा पार्ट 2018 के बाद मध्यप्रदेश ने देखा। कांग्रेस की सरकार जब भी आई प्रदेश के विकास की सारी योजनाएं ठप कर दीं, कांग्रेस की सरकारों ने नगरों को बदहाली की पहचान दी। कभी विकास की तरफ ध्यान ही नहीं दिया।
हमारा संकल्प
सीएम ने कहा कि शहरों में रोजगार की जरूरत है। शहरों में लोग रोजगार के लिए आते हैं। पीएम स्ट्रीट वेंडर योजना में धीरे-धीरे हर स्ट्रीट वेंडर को काम धंधा चलाने के लिए सबको लाभांवित करेंगे। स्ट्रीट वेंडर योजना में मप्र पहले नंबर एक पर है। एक तरफ रहने की जगह मिले, दूसरी तरफ ₹10 में भरपेट भोजन निम्न मध्यम वर्गीय को मिल जाए। अभी सौ केंद्र चल रहे हैं, लेकिन इन्हें और बढ़ाने पड़ेंगे। बड़े शहरों में भी जहां जरूरत होगी वहां ऐसे केंद्र बढ़ाते रहेंगे। कोई गरीब भूखा ना रहे ये हमारा संकल्प है।हम नई कोई अवैध कॉलीनी नहीं बनने देंगे, लेकिन जो पुरानी अवैध कॉलोनी है उन्हें वैध करने का काम करूंगा। जिन्हें अवैध कॉलीन कहा जाता है, उनमें वैध बिजली का कनेक्शन देंगे।