मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास पर किया सूर्य नमस्कार

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्वामी विवेकानंद जी की जयंती युवा दिवस के अवसर पर निवास में सूर्य नमस्कार एवं योग किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नागरिकों से भी घर पर ही सूर्य नमस्कार करने का आव्हान किया था। मुख्यमंत्री श्री चौहान किशोर अवस्था से ही प्रतिदिन सूर्य नमस्कार और योग करते हैं। कोविड सावधानियों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष प्रदेश में सामूहिक सूर्य नमस्कार के आयोजन नहीं हुए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान पूर्व वर्षों में सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रमों में शामिल होते रहे हैं।

मुख्यमंत्री श्री चौहान का युवा दिवस पर संदेश

आज युवा दिवस है। यह दिवस स्वामी विवेकानंद जयंती पर होता है। स्वामी विवेकानंद जी हमारे आदर्श हैं। स्वामी जी कहते थे कि “मनुष्य केवल साढ़े तीन हाथ का हाड़ मांस का पुतला नहीं है। ईश्वर का अंश है, अमृत का पुत्र है, अनंत शक्तियों का भंडार है। वो अमर आनंद का भागी भी है। दुनिया में ऐसा कोई कार्य नहीं है जो मनुष्य न कर सके। तुम दीन हीन नहीं हो। जो ठान लो, चाहो वो कर सकते हो।”

स्वस्थ शरीर सब धर्मों के पालन का माध्यम

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा – “जो हम करते हैं उसका माध्यम शरीर है, कोई भी काम अगर हमें करना है तो वह स्वस्थ शरीर के माध्यम से ही कर सकते हैं। शरीर सब धर्मों के पालन का माध्यम है। इसलिए शरीर स्वस्थ होना चाहिए, बीमार या कमजोर शरीर से किसी बड़े उद्देश्य की पूर्ति नहीं हो सकती। इसलिए कहा गया है पहला सुख निरोगी काया। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन भी निवास करता है और स्वस्थ शरीर के लिए जरूरी है हम रोज योग करें।”

प्रधानमंत्री जी ने बनाया योग को विश्वव्यापी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद दिया, जिन्होंने योग की इस परंपरा को विश्वव्यापी बना दिया है। आज दुनिया का हर देश योग करता है। पूरे विश्व में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की मान्यता मिली। यह प्रधानमंत्री श्री मोदी और हमारी गौरवशाली राष्ट्र के प्रति भी विश्व द्वारा प्रदान की गई मान्यता है।

प्रतिदिन करें सूर्य नमस्कार और प्राणायाम सीखें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों से आग्रह किया है कि शरीर को निरोग रखने के लिए प्रतिदिन योग और सूर्य नमस्कार करें। इससे शरीर स्वस्थ रहेगा। मैं स्वयं भी प्रतिदिन योग और प्राणायाम करता हूँ। उससे मेरे काम करने की क्षमता कई गुना बढ़ जाती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि केवल आज नहीं रोज सूर्य नमस्कार जरूर करें और प्राणायाम सीखें। मेरी बहुत–बहुत शुभकामनाएँ।

योग का श्रेष्ठ प्रकार है सूर्य नमस्कार

योग का बहुत अच्छा प्रकार है सूर्य नमस्कार। सूर्य नमस्कार करने से हमारे सभी अंग-प्रत्यंगों का व्यायाम हो जाता है। योग की परंपरा हमारी आज की नहीं है। हजारों साल पुरानी हमारी ये परंपरा है।

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