आज सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार के पक्ष में बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने 2022 के परिसीमन को मंजूरी दे दी है। अब ओबीसी आरक्षण के साथ ही पंचायत एवं नगरीय निकाय चुनाव होंगे, लेकिन 50% से ज्यादा आंकड़े ना हों। यह सीएम शिवराज और बीजेपी सरकार के लिए बड़ी जीत है। शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों को सुप्रीम कोर्ट का समर्थन मिला है। सीएम शिवराज ने इस फैसले पर खुशी जताते हुए सुप्रीम कोर्ट का आभार जाता है।
सीएम ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक दिन है, सत्यमेव जयते। अंततः सत्य की विजय हुई है और फिर यह सिद्ध हुआ की सत्य पराजित नहीं हो सकता। माननीय सर्वोच्च न्यायलय को मैं, प्रणाम करता हूं हमने यही कहा था हम चुनाव चाहते है लेकिन, ओबीसी आरक्षण के साथ! कांग्रेस ने पाप किया था चुनाव तो पहले ही ओबीसी आरक्षण के साथ हो रहे थे लेकिन, कांग्रेस के लोग ही माननीय सर्वोच्च न्यायालय में गए थे जिसके कारण यह फैसला हुआ था कि, ओबीसी आरक्षण के बिना ही चुनाव हों। हमने हर संभव प्रयास किए कोई कसर नहीं छोड़ी।
ट्रिपल टी टेस्ट के लिए, हमने ओबीसी आयोग का गठन किया। ओबीसी कमीशन ने पूरे प्रदेश का दौरा किया तथ्य जुटाए, व्यापक सर्वे किया और उन तथ्यों के आधार पर जो रिपोर्ट बनाई हमने वह रिपोर्ट माननीय सर्वोच्च न्यायालय में प्रस्तुत की! फिर माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने निकायवार कहां कैसे सर्वे होगा उसकी रिपोर्ट मांगी, हमने निकायवार रिपोर्ट तैयार की और वह रिपोर्ट माननीय सर्वोच्च न्यायालय में प्रस्तुत की।
सीएम ने कांग्रेस को लिआ आड़े हाथ
सीएम ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग खुशियां मनाते रहे कि, अब ओबीसी का आरक्षण नहीं होगा। बीजेपी को कठघरे में खड़े करने का मौका मिलेगा। जब हम मोडिफिकेशन के लिए सर्वोच्च न्यायालय में गए तब भी कांग्रेस के मित्रों ने कहा “अब नहीं हो सकता”।वो प्रसन्नता मना रहे थे उन्हें आरक्षण की चिंता नहीं थी बीजेपी को कठघरे में खड़ा कर लिया। लेकिन आज मुझे कहते हुए संतोष है माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने ओबीसी आरक्षण के साथ चुनाव कराने का फैसला किया है हम फैसले का स्वागत करते हैं। जिन्होंने षड्यंत्र किया था वो पराजित हुए अब पूरे आनंद के साथ ओबीसी आरक्षण के साथ चुनाव संपन्न होंगे।