काशी कॉरिडोर के जैसा ऐतिहासिक बनाया जाएगा महाकाल मंदिर परिसर, जानिए खास बाते..
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्री महाकाल महाराज मंदिर परिसर उज्जैन की योजना के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की और निर्देश दिए कि क्षेत्र में भव्यता और दिव्यता के अनुभव श्रद्धालुओं को करवाए जाएँ। उन्होंने कहा कि पूरे क्षेत्र को ऐसे विकसित किया जाए की श्रद्धालु और पर्यटक यहां ज्यादा से ज्यादा दिन रुकना चाहें। अपनी यात्रा के बाद जब वह वापस जाएँ तो आनंद और संतोष का भाव लेकर जाएँ। उज्जैन की विकास की यह परियोजना आने वाले सिंहस्थ – 2028 के लिए बहुत लाभकारी होगी।
जानिए क्या होगा खास
महाकाल मंदिर परिसर के विस्तार की इस परियोजना में मध्यप्रदेश सरकार ने 421 करोड़ रुपए की राशि खर्च की है। योजना के प्रथम चरण का कार्य 90 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। परियोजना के दोनों चरण जून 2023 तक पूरे हो जाएंगे।
- जगमगाती लाइटों और महंगे साउंड सिस्टम लगाए जा रहें है।
- शहर की भव्यता बढ़ने के लिए आवश्यक वृक्षारोपण का कार्य भी किया जाए रहा है।
- नगर के सौंदर्य में वृद्धि के लिए कई स्टेच्यू और आर्ट स्कल्पचर भी लगाए जा रहें है।
- तीर्थ स्थानों के आकर्षण बढ़ने के लिए संपूर्ण क्षेत्र को भगवान शिव की महिमा का दर्शन हो इस तर्ज पर बनाया जा रहा है।
- महाकाल मंदिर के अलावा और भी मंदिरों, दर्शनीय स्थलों में भी सामाजिक गतिविधियों का संचालन का कार्य किया जाएगा।
- रूद्र सागर का पानी हमेशा शुद्ध रहे, यह तय किया गया।
- हैरिटेज धर्मशाला के साथ प्रतीक्षालयों को और भी सुविधाजनक बनाया जा रहा है।
- सांदीपनि आश्रम, काल भैरव और अन्य मंदिरों के सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है।
- रामघाट के भी सौंदर्यीकरण का कार्य भी जल्द ही पूर्ण हो जायेगा।
- हर साल उज्जैन का जन्म दिन मनाया जायेगा।
आकर्षक होगी शिवरात्रि
1 मार्च 2022 को शिवरात्रि के अवसर पर उज्जैन के हर घर में दीप जलाए जाएंगे। बड़े सामाजिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है, प्रशासन ने इसमें व्यापक जनभागीदारी मांगी है।