मुख्यमंत्री ने कहा बेटियां बोझ नहीं सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंदसौर के सीतामऊ में आयोजित लाड़ली बहना सम्मेलन में शामिल हुए ।मुख्यमंत्री ने कहा मेरा मन भावनाओं से भरा हुआ है। जब मैं मंदसौर की धरती पर पहुंचा तो सिर पर कलश रखकर बहनों ने आत्मीय स्वागत किया।
बचपन से मैं देखता था कि बहन और बेटी के साथ न्याय नहीं होता, ये भेदभाव मुझे तकलीफ देता था।
भेदभाव के कारण ऐसी स्थिति आ गई कि बेटों की संख्या ज्यादा हो गई और बेटियों की संख्या कम रह गई। हालत ऐसी हो गई कि एक हजार बेटों पर 900 बेटियां ही रह गईं। ये चीज मन में दर्द पैदा करती थी। पुरुष और स्त्री के बीच ये भेद प्राचीन भारत में नहीं होता था, बाद में ये भेद पैदा हो गया।
मुख्यमंत्री ने कहा मेरी बेटियों, हमने तय किया है कि मप्र की धरती पर अगर बेटी पैदा होगी तो लखपति पैदा होगी और लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई।
तय किया कि बेटी के पैदा होते ही उसके नाम से ₹30 हजार जमा कर देंगे और योजना को बेटी की पढ़ाई से भी जोड़ दिया।
बेटी पांचवी पास करके छठवीं में जाएगी तो ₹2 हजार, आठवीं से नौवीं में जाएगी तो ₹4 हजार, 11वीं और 12वीं 6-6 हजार रुपये, कॉलेज में जाने पर साढ़े 12 हजार और कॉलेज पास करने पर साढ़े 12 हजार रुपये दिए जाएंगे।
अब मेडिकल, इंजीनियरिंग की पढ़ाई करेगी तो फीस हमारी सरकार भरवाएगी।
पहले बेटी को इसलिए भी नहीं आने देते थे कि शादी की चिंता करना पड़ती थी। आपके आशीर्वाद से जब मैं मुख्यमंत्री बना तो तय कर दिया कि प्रदेश की धरती पर गरीब बेटियों की शादी हमारी सरकार कराएगी।
बेटी बोझ न बने इसलिए हमने बनाई मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना।
बहनों को सशक्त करने के लिए हमने बनाई मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना और तय किया कि हर महीने बहनों के खाते में एक हजार रुपये डाले जाएंगे। पूरे प्रदेश में एक करोड़ 25 लाख बहनों ने फॉर्म भरे है।
आज 11 मई है, आज से 29 दिन बाद 10 जून की तारीख आएगी। 10 जून को बहनों के खाते में योजना की पहली राशि डाल दी जाएगी।
10 जून की तारीख हिंदुस्तान नहीं, दुनिया के इतिहास में बहनों के सशक्तिकरण के लिए लिखी जाएगी।