कांग्रेस के अविश्वास पर भारी नरोत्तम का शिवराज पर विश्वास
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन विपक्ष द्वारा मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर संसदीय कार्यमंत्री व सरकार के संकट मोचक नरोत्तम मिश्रा का शिवराज पर विश्वास भारी पड़ गया। नरोत्तम मिश्रा ने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए निरुत्तर कर दिया। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए नरोत्तम मिश्रा ने विपक्ष के आरोपो कि धज्जियां उड़ा कर रख दी। उन्होंने कानून व्यवस्था से लेकर भ्रष्टाचार ओर सेना के सम्मान से लेकर किसानो,बेरोजगारों के अपमान तक के धराप्रभाव उदाहरण गिना कर विपक्ष का मुंह बंद कर दिया।
बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव पर नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा शुरू की। उन्होंने लगभग एक घण्टे से अधिक समय तक दिए अपने भाषण में सरकार पर कई आरोप लगाए । उसके बाद चर्चा में भाग लेते हुए आरोपों के जवाब एक, एक कर गृह व संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने देना शुरू किया तो विपक्षी खेमे में सन्नाटा खिंच गया। डॉ मिश्रा ने कहा कि विपक्ष प्रदेश में कानून व्यवस्था कि बात करता है। यह वही विपक्ष है कि जब इनकी सरकार थी तब नक्सली घर मे घुसकर मंत्री तक कि हत्या कर देते थे। चम्बल से लेकर विंध्य तक डाकू गिरोह का आतंक था । मालवा में सिमी जैसे आतंकी संगठन का राज था। उस समय कुए में पानी कि जगह हथियार भरे मिलते थे।आज यह सब नही है शिवराज सरकार ने डकैतों, नक्सलियों ओर आतंकियों को नेस्तनाबूत करके रख दिया। आज एक भी सूची बद्ध डकैत गिरोह प्रदेश में नही है। सिमी को खत्म कर दिया गया है और नक्सलियों को आज हम घर मे घुसकर मार रहे है।
लेकिन विपक्ष क्या कर रहा है। परसो ही 12 लाख का इनामी नक्सली मारा गया लेकिन कांग्रेस के एक नेता ने भी इस सफलता के लिए पुलिस की जांबाजी की तारीफ तक नही की।
गृह मंत्री ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का राज है लेकिन यह भी विचार करने वाली बात है कि कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास करता कौन है?क्या कांग्रेस नेता राजा पटेरिया को प्रधानमंत्री के लिए हत्या जैसे शब्द का उपयोग करना था। इनके बड़े नेता सेना के लिए पिटने जैसी ओछी बात करते है। उस सेना के जवान का अपमान करता हो जो माइनस 45 डिग्री में भी हमारी रक्षा के लिए परिवार छोड़कर सीमा पर तैनात रहता है। इसी विपक्ष के माननीय में कोई- कोई अफसरों को धमकी देता दिखता है। कोई गोदाम लूट रहा है कोई खम्बे पर चढ़ रहा है। यह सब क्या है?कानून व्यवस्था पर उंगली उठाने वाले पहले अपनी करतूत देखे।
गृह मंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि यह विपक्ष जो हमारी सरकार पर भ्र्ष्टाचार पर आरोप लगा रहा है लगता है अपने 15 महीने कि सरकार का भ्रष्टाचार भूल गया है। आपके समय तो वल्लभ भवन तो दलाली का अड्डा बनकर रह गया था। कमलनाथ सरकार मेंअधिकारी तो अधिकारी, कुत्तों तक के ट्रांसफर कर दिए गए थे। उन्होने कहा कि ‘कांग्रेस की तत्कालीन तबादला सरकार में 15 महीने में 15 हजार कर्मचारियों और 450 आईएएस ,आई.पी.एस के तबादले हुए। लेकिन अधिकारी कर्मचारी क्या, आपने तो कुत्तों तक को नहीं छोड़ा।
गृह मंत्री ने कहा कि यह लोग किसान,बोजगारो की बात करते है, किस मुह से करते है यह इनकी बात यह ही समझ मे नही आता। इनके नेता राहुल गांधी ने प्रदेश के किसानों को वचन दिया था कि दस दिनों में प्रदेश के किसानों का दो लाख तक का कर्जा माफ कर देंगे। एक भी किसान का दो लाख का कर्जा माफ नही हुआ, बेरोजगारों को रोजगार देने का वचन दिया था। रोजगार देने की बात आई तो कहा ढोर चरा लो,ढोल बजा लो । यह रोजगार है । रोजगार कैसे देते है शिवराज जी से सीखे जिन्होंने एक लाख लोगों को रोजगार दिया। हज़ारो भर्तियां निकाली। बेरोजगारो को 4 हज़ार महीने देने की भी बात कही थी। मुझे ऐसा कोई बेरोजगार नहीं मिला जो कहां हो कि मुझे 4 हज़ार मिले हो | अगर मुझे कोई बेरोजगार युवा मिलकर यह बता दे कि मुझे 4 हजार का बेरोजगारी भत्ता मिला हो मैं उस युवक का सार्वजनीक सम्मान करूंगा|
बाबा महाकाल कभी माफ नही करेंगे
गृह मंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह जी महाकाल लोक पर सवाल उठा रहे है। उन्हें भव्य महाकाल लोक बनने से भी परेशानी है। आज एक लाख श्रधालुओ रोज़ महाकाल लोक पहुंच रहे है,बाबा महाकाल के दर्शन लाभ ले रहे है। विपक्ष को इसमें भी परेशानी है। उन्हें महाकाल लोक में भ्रष्टाचार दिख रहा है। बाबा महाकाल के लिए इस तरह की मानसिकता रखते है कांग्रेसी। इन्हें बाबा महाकाल कभी माफ नही करेंगे।
नरोत्तम बोले- भांवरें बुड्ढे आदमी से पड़वा दीं
चर्चा के दौरान कांग्रेस पर वार करते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, 20 साल से आप विपक्ष में हो। ध्यान रखना अगले 20 साल और आप विपक्ष में रहोगे। हर चुनाव में हमें वोट ज्यादा मिले हैं। सीट इन्हें ज्यादा मिल गई थी। फिर इन्होंने दिल बसपा का लगाया, सपा का फेफड़ा लगाया और निर्दलियों के अंग लगाकर सरकार बना ली। इसके बाद नरोत्तम ने एक कहावत बोलते हुए कहा, सिंधिया जी का चेहरा दिखाकर वोट मांगे और भांवरें (विवाह में लिए जाने वाले फेरे) बुड्ढे आदमी से पड़वा दीं। इस पर बाला बच्चन ने कहा कि सिंधिया जी तो खुद चुनाव हार गए। अब सिंधिया जी का चेहरा लगाना और फिर देखेंगे।
ये अविश्वास नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ, हमारे नहीं
नेता प्रतिपक्ष के बाद सज्जन सिंह वर्मा ने सरकार पर आरोपों की बौछार की। उन्होंने कहा, हमारी ओर से 34 साथियों ने अपनी बात रखने का अनुरोध किया था, उन्हें बोलने का मौका मिलना चाहिए। इस पर नरोत्तम मिश्रा बोले – सबसे पहले नेता प्रतिपक्ष को प्रणाम । हमें लग रहा था हरि की पौढ़ी में बैठकर कोई कथा कर रहा है। अविश्वास प्रस्ताव वो लेकर आए, हमारे नेता ने उसे स्वीकार किया। सज्जन भाई ये अविश्वास आपके लिए है। आपके जो पहले नेता प्रतिपक्ष थे, वो आज सदन में नहीं हैं। ये अविश्वास नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ है, हमारे खिलाफ नहीं। सज्जन सिंह ने कहा, हमारा नेता प्रतिपक्ष दमदार है। नरोत्तम बोले- आप कमलनाथ जी का नार्को टेस्ट करा लो, वो सज्जन भाई को नेता प्रतिपक्ष बनाना चाहते थे।