मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि उन्होने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पिछले 1 महीने से मिलने का समय मांगा है, लेकिन उन्हें मिलने का समय नहीं दिया गया। आज भोपाल स्थित मुख्यमंत्री आवास के सामने उन्होंने अपने समर्थकों और लाव-लश्कर के साथ टेम व सुठालिया परियोजना के डूब प्रभावितों की समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर धरना दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कॉंग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी दिग्विजय के धरने में शामिल हुए। कहानी में ट्विस्ट तब आया जब पता चल कि धरनास्थल पर आने के पहले कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ स्टेट हैंगर पर मुलाकात की और उनका वीडियो भी वायरल हुआ। सूत्रों के अनुसार दोनों नेताओं के बीच करीब 20 मिनट बातचीत हुई। बाद में कमलनाथ ने कहा कि वो संयोग से मुख्यमंत्री से मिले थे। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले एक माह से दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांग रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि दिग्विजय जब चाहें, तब उनसे मिल सकते हैं। मुख्यमंत्री जी द्वारा उन्हें मिलने का समय दिए जाने के सवाल पर कमलनाथ भड़के भी।
रोचक तथ्य यह है कि कमलनाथ और दिग्विजय में इतना संवाद भी नहीं बचा, कि उन्हें यह भी नहीं पता कि दिग्विजय मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांग रहे हैं, साथ ही उन्हें मुख्यमंत्री से इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी मिल रही है। सोशल मीडिया में चर्चा ज़ोरों पर है कि इससे कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर जनता के सामने आ रही है। यह कहानी किस मोड़ पर जा कर खत्म होती है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।