MP : संत रविदास जयंती के कार्यकम में वर्चुअली रूप से शामिल हुए CM शिवराज, किए बड़े ऐलान
भोपाल में संत रविदास की जयंती के अवसर पर अनुसूचित जाति कल्याण विभाग की ओर से संत रविदास मंदिर भेल बरखेड़ा पठानी में कार्यक्रम रखा गया था। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कोरोना संक्रमित होने से वर्चुअल रूप से शामिल हुए।उन्होंने संत रविदास जी को नमन करते हुए सभी साधु-संतों को प्रणाम किया।
PM मोदी को किया याद
सबसे पहले पीएम मोदी को याद करते हुए कहा कि- हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सबसे पहले न सिर्फ सद्गुरु को प्रणाम किया, बल्कि भजन भी सबके साथ बैठकर गाये। बता दें, सुबह ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के करोल बाग स्थित श्री गुरु रविदास विश्राम धाम मंदिर पहुंचे और मत्था टेका था।
समाज सुधारक संत थे संत रविदास
CM शिवराज ने आगे कहा कि- संत रविदास अद्भुत संत थे। ये संत सबके संत हैं। मैं उस कुल को प्रणाम करता हूँ जिसमें संत रविदास ने जन्म लिया। संत रविदास महान भक्त थे, साधक, तपस्वी और समाज सुधारक थे। उनके भारत में जन्म लेने से भारत धन्य हो गया। वो जब इस धरती पर आए तब समाज कई टुकड़ों में बँटा था।संत रविदास जिस परिवार में पैदा हुए, उसके पारिवारिक काम में वो रुचि लेकर काम करते थे। वो जो कमाते थे, वो कल्याण के कार्यों में लगा देते थे।जिससे संत रविदास की शादी हुई, वो भी उनके साथ रहकर साधक बन गईं। भारत में संत रविदास जी,सद्गुरु कबीरदास जी,गुरुनानक देव जी,सेन जी महाराज आदि संतों की परंपरा ने भारतीय संस्कृति को जीवित रखा और सनातन धर्म को आगे बढ़ाया
‘ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न
सीएम शिवराज ने उनकी कहानी सुनाते हुए कहा कि- एकबार एक साधु ने संत रविदास जी को पारस पत्थर दिया। रविदास जी ने कहा कि मैं पसीने को प्रणाम करता हूँ। बिना श्रम किए हुए खाना मैं पाप समझता हूँ। ऐसा उपहार लेकर मैं क्या करूंगा। उन्होंने वो पत्थर लेने से इनकार कर दिया। ‘ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न’। संत रविदास के जीवन के तप, त्याग और तपस्या एवं जनकल्याण की अनेक कहानियां हैं, जो आज भी मनुष्य को श्रेष्ठ जीवन जीने की प्रेरणा दे रही हैं। संत रविदास जी ने समाज को नाम, काम और सेवा का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हरि का नाम जपा करो, श्रम से अपना जीविकोपार्जन करो और श्रम से जो प्राप्त हो उसे ईश्वर और जरूरतमंद की सेवा में अर्पित कर दो।
ग्लोबल स्किल पार्क का नाम संत रविदास के नाम पर होगा – CM शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल के गोविंदपुरा में सिंगापुर सरकार के साथ तैयार किए जा रहे अंतरराष्ट्रीय स्तर के ग्लोबल स्किल पार्क का नाम संत शिरोमणि श्री रविदास जी के नाम पर होगा। यहां युवाओं का कौशल विकास कर रोजगार से जोड़ा जाएगा।
गरीब कल्याण अन्न योजना
सीएम ने कहा – प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देता हूँ, वो गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत गरीबों को मुफ़्त राशन दे रहे हैं।गरीबों के लिए रसोई चलाने का काम बढ़ाया जाएगा। सभी के लिए अन्न से लेकर आवास तक की व्यवस्था कर रहे हैं। साथ ही हम कोई भी गरीब अनाथ बच्चे को अकेला नहीं छोड़ेंगे। कच्ची झोपड़ी में रहने वाले अनुसूचित जाति के सभी गरीब परिवारों को पक्का मकान बनाने के लिए राशि देंगें, ये संकल्प आज हम कर रहे हैं।अगर एक छोटे घर में बड़ा परिवार रह रहा है, हम ऐसे परिवार को जमीन का पट्टा देंगे, मकान बनाने का पैसा भी देंगे, ताकि वो चैन से रह सकें। मकान में नल-जल रसोई गैस कनेक्शन और शौचालय भी देंगे।
अनुसूचित जाति/वर्गों के लिए CM शिवराज की बड़ी सौगात
अनुसूचित जाति/वर्गों के लिए बड़ी सौगात देते हुए CM शिवराज बोले- मैं अनुसूचित जातियों के बेटे-बेटियों से कह रहा हूँ, आपकी उच्च शिक्षा की फीस मैं भरवाऊँगा। फीस को पढ़ाई के आड़े नहीं आने दूंगा। विदेशों में पढ़ने के लिए भी बेटे-बेटियों को भेज रहे हैं।
- भोपाल के गोविंदपुरा में सिंगापुर सरकार के साथ तैयार किए जा रहे अंतरराष्ट्रीय स्तर के ग्लोबल स्किल पार्क का नाम संत शिरोमणि श्री रविदास के नाम पर होगा। यहां युवाओं का कौशल विकास कर रोजगार से जोड़ा जाएगा।
- एससी बहुल बस्तियों में अधोसंरचना का विकास होगा। हम संत शिरोमणि संत रविदास स्वरोजगार योजना प्रारंभ करेंगे। इसका संचालन अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम करेगा। इसके अंतर्गत मेनयुफेकचरिंग इकाई के लिए बच्चों को लोन दिलाया जाएगा। संत शिरोमणि संत रविदास स्वरोजगार योजना के अंतर्गत 25 लाख रुपये तक का लोन दिया जाएगा।
- मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति विशेष परियोजना के अंतर्गत स्वरोजगार, कौशल उन्नयन के लिए 2 करोड़ रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा। जिन बच्चों के पास इनोवेटिव आइडिया है, वो आगे आएं।
- संत रविदास जी ने कभी अपने द्वार से किसी को भूखा नहीं जाने दिया। दीनदयाल रसोई के माध्यम से हम गरीबों को भोजन उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं। ‘कोई भूखा न रहे’ यह हमारा ध्येय वाक्य है।
- हम डॉ भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना प्रारंभ करेंगे। सभी अनुसूचित जाति बहुल जिलों में जहाँ जहाँ आवश्यकता होगी, वहाँ संत रविदास सामुदायिक भवनों का निर्माण कराया जाएगा।
- प्रदेश के मेरे जिन गरीब परिवारों के मेधावी बच्चों का आईआईएम, इंजीनियरिंग, मेडिकल और उच्च शिक्षण संस्थानों एवं विदेशी यूनिवर्सिटी में एडमिशन होगा, तो उनकी फीस हमारी सरकार भरवायेगी।
- अनुसूचित जनजाति के बेटे-बेटियों को सेना और पुलिस में भर्ती के लिए प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ अनुसूचित जाति वर्ग से सीबीएसई जैसे उच्च गुणवत्ता वाले विद्यालय खोलने के लिए भूमि और प्रोत्साहन दिया जाएगा।
- आजीविका मिशन से बड़ी संख्या में हमारी बहनें जुड़ी हैं। इनके उत्पादों को GEM पोर्टल पर डाला जाएगा।
- संत रविदास की भवन के अनुरूप कमजोर भाई-बहनों को हर तरीके से शासकीय प्रोत्साहन दिया जाएगा।