CM शिवराज ने ‘मां तुझे प्रणाम’ योजना की फिर से की शुरुआत, कहा- मुझे कुछ बड़ा करना था इसलिए मुख्यमंत्री बना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘मां तुझे प्रणाम’ योजना की फिर से शुरुआत की। इस योजना के तहत MP की 196 लाडली लक्ष्मी बेटियों को बाघा बॉर्डर की यात्रा कराई जाएगी। इस दौरान सीएम शिवराज ने बेटियों को यात्रा के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा मैं 2005 में मुख्यमंत्री बना मैंने अफसरों को बुलाया और कहा कोई ऐसी योजना बनाएं जिससे प्रदेश की धरती पर बेटियाँ लखपति पैदा हो। मैं चाहता हूँ मेरी लाड़ली लक्ष्मियाँ हर क्षेत्र में आगे बढ़े।
बेटियों को मामा की प्रेरणा
सीएम शिवराज ने प्रेरित करते हुए कहा कि ये नोट कर लेना बेटियों हम जैसा सोचते हैं वैसा बन जाते हैं मैं खुद छोटे से गाँव में पैदा हुआ मेरे पिताजी चाहते थे मैं डॉक्टर बनूँ लेकिन मुझे कुछ बड़ा करना था और मैं मुख्यमंत्री बना और लाड़ली लक्ष्मी योजना बना दी। मेरी बेटियों, तुम्हारा भविष्य बेहतर हो और माता-पिता को गर्व हो कि बेटी हो तो ऐसी। मैं चाहता हूं कि मेरी लाडली लक्ष्मी बेटियां डॉक्टर, इंजीनियर, अफसर, पायलट बनें, हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करें। मैं चाहता हूं कि मेरी बेटियां आइएएस, पीसीएस, प्रोफेसर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, डॉक्टर और मुख्यमंत्री भी बनें।
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती- सीएम
,सीएम ने कहा कि आज मैं भगवान से यह प्रार्थना करता हूं कि मेरी बेटियों पर कृपा और आशीर्वाद की वर्षा करना। इनकी सेवा में कभी कांटा भी ना गड़े। इनकी आंखों में कभी आंसू भी ना आए। आपकी रुचि जिस क्षेत्र में है, उस क्षेत्र में आगे बढ़ो। जीवन में लक्ष्य निर्धारित करें, आत्मविश्वास से आगे बढ़ते रहें। मेरी लाडली लक्ष्मी बेटियों, हमेशा याद रखना कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है। कई बार पहली बार में सफलता नहीं मिलती है, तो उसकी प्राप्ति तक निरंतर प्रयास करते रहना होगा।
क्या है ‘मां तुझे प्रणाम’ योजना
सीएम ने ‘मां तुझे प्रणाम’ योजना के बारे में बताते हुए कहा कि मां तुझे प्रणाम योजना में आप सीमाओं पर खड़े जवानों से आप बेटियां मिलेंगी और चर्चा करेंगी, तो आपके भीतर भी मातृभूमि के प्रति सेवा का भाव जागृत होगा।आप उन्हें अपने गांव की माटी का तिलक लगायें और अपना तिलक वहां की पवित्र माटी से करें। जब आप आएंगे तो वहां की माटी का तिलक लगाकर आएंगे। शहीदों के लहू से पवित्र है वह माटी! हम संकल्प लेंगे कि जरूरत पड़ी तो अपनी मां की रक्षा के लिए हम सर्वस्व निछावर भी कर देंगे, पीछे नहीं हटेंगे। आपको शुभकामनाएं देता हूँ आशीर्वाद तो मामा का है ही, मेरा बस चले तो मेरी उम्र तुम्हे दे दूं। सीएम ने बेटियों में उत्साह भरते हुए कहा कि जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।
सीएम शिवराज ने खेलमंत्री यशोधरा राजे के साथ ‘मां तुझे प्रणाम’ के दोबारा प्रारम्भ होने के अवसर पर बाघा बॉर्डर जा रही बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।