CM शिवराज ने बुधनी में सीवरेज परियोजना का किया लोकार्पण, ‘बुधनी’ महोत्सव होगा आयोजित
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी गौरव दिवस एवं सीवरेज परियोजना का लोकार्पण करने पहुंचे हैं। शिवराज सिंह चौहान ने आज बुधनी, ज़िला सीहोर में रु. 44.56 करोड़ की लागत की सीवरेज परियोजना का लोकार्पण किया।
‘अपनी बुधनी, प्यारी बुधनी’
कार्यक्रम के दौरान CM शिवराज ने कहा कि आज का दिन बुधनी के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा। आज हम ‘अपनी बुधनी, प्यारी बुधनी’ को हिंदुस्तान में सबसे न्यारी बुधनी बनाएंगे!कोई शहर को अगर बनाना है तो केवल मुख्यमंत्री नहीं कर सकता, मैंने पैसे की कोई कमी नहीं रखी। अपनी बुधनी अगर बनाना है तो हम सभी को मिलकर आगे आना पड़ेगा। आज हम संकल्प लें कि हम सब कुछ न कुछ योगदान करेंगे।
बुधनी महोत्सव का आगाज़
CM ने आगे कहा कि मई के महीने में हम बुधनी महोत्सव आयोजित करेंगे। इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जिसमें केवल बच्चे भाग नहीं लेंगे, हर वर्ग के लोग भाग लेंगे। हमें अपने शहर को साफ भी रखना होगा। स्वच्छता सर्वेक्षण में हमारे बुधनी को सर्वोच्च स्थान मिले, इसकी कोशिश हम करें। अब से बुधनी में कचरा खुले में नहीं डलेगा। कचरा इकट्ठा करेंगे, इसे लेने अब गाड़ी लेने आयेगी। सूखा कचरा अलग रहेगा और गीला कचरा अलग रहेगा।
रोजगार के अवसर देंगे
रोजगार के बारें में बताते हुए सीएम बोले बुधनी में टैलेंट है। अपने बच्चे खेल और पढ़ाई में आगे आते हैं। यहाँ उत्कृष्ट विद्यालय है, यहाँ एकलव्य विद्यालय है और अब यहाँ सीएम राइज़ स्कूल भी होगा। रोजगार के लिए हम युवाओं को टेक्निकल एजुकेशन देंगे। मेरी कोशिश है कि बुधनी में लगातार फ़ैक्टरीज़ आती रहें, जिससे रोजगार के नये अवसर मिलें। इसके लिए हमें युवाओं को ट्रेनिंग देना होगी। हमने 2 महीने में 10 लाख से अधिक लोगों को स्वरोजगार के लिए लोन दिलवाया है।
स्वसहायता समूह पर बोले शिवराज
स्वसहायता समूहों की ताकत इतनी होगी कि इससे जुड़ी हर बहन की आमदनी कम से कम रु. 10,000 हो। अब बुधनी के खिलौनों का नाम पूरे देश में होगा। यहाँ के खिलौनों की मार्केटिंग की व्यवस्था कर रहे हैं।
बेटियाँ देवियाँ हैं – CM शिवराज
बुधनी में इस बार बेटियों की शादी का कार्यक्रम धूमधाम से करेंगे। बुधनी में कोई बेटी किसी एक परिवार की नहीं है, पूरा बुधनी ही उसका परिवार है। जिस दिन बेटी जन्म ले, उस दिन मोहल्ले में ढोल बजना चाहिए। बेटियाँ देवियाँ हैं। बेटी जब तक जीती है, तब तक उसकी हर साँस माता और पिता के लिए ही होती है।
हर त्यौहार इस ढंग से मनायें कि दुनिया देखती रह जाये
बुधनी में 16 आंगनबाड़ी हैं, मैं चाहता हूँ कि 16 लोग इन्हें गोद ले लें और इन आंगनबाड़ी में सभी जरूरी व्यवस्थाएँ करें। सभी व्यापारी भाई अगर सहमत हों, तो एक ही रंग में आप सभी की दुकानें रंगी जाएँ। इससे हमारे शहर को एक अलग पहचान मिलेगी। जो भी बुधनी आये, उसे सभी कुछ एक ही रंग में दिखेगा तो उसे एक अलग अनुभव होगा। सरकार की योजनाओं का क्रियान्वयन बेहतर तरीके से होना चाहिए, यह नागरिकों की टीम प्रशासन की टीम के साथ मिलकर सुनिश्चित करे। अयोध्या जी में जो दीपक जले थे, उसका रिकॉर्ड उज्जैनवासियों ने तोड़ दिया। हम ऐसे ही हर त्यौहार इस ढंग से मनायें कि दुनिया देखती रह जाये।