BIG BREAKING : टूरिज्म के ठप पड़ने से कर्ज में डूबा श्रीलंका, राष्ट्रपति ने लगाया आपातकाल
कोविड के चलते दुनिया में कई देशों की आर्थिक स्थिति बहुत ही बिगड़ गई। उसी की श्रेणी में भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका जिसके आय का मुख्य स्रोत टूरिज्म रहा है। श्रीलंका की जीडीपी में लगभग 10% टूरिज्म का योगदान रहता है। जिससे हर साल लगभग पांच अरब डॉलर फॉरेन करेंसी श्रीलंका को मिलती है। वह भी कोरोना काल में ठप रहा।
इस दौरान श्रीलंका ने कई देशों से कर्ज भी लिए आर्थिक व्यवस्था सुधर नहीं पाई। जिससे अब वहां स्थिति ऐसी बन गई है कि रोजाना की जरूरी वस्तुएं भी कम पड़ गई हैं और उनके दाम बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं जिस कारण से वहां की जनता परेशान हो गई है।
अब इस गंभीर आर्थिक समस्या से जूझ रहे श्रीलंका के लोगों ने सरकार का विरोध करने के लिए अब रोड पर उतर गए हैं। जिसको ध्यान में रखते हुए श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने शुक्रवार को देश की सुरक्षा और राष्ट्रहित में आपातकाल का ऐलान किया है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने अपने आदेश में कहा, “देश की सुरक्षा और आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति के रखरखाव के लिए यह फैसला लिया गया है।” इसके बाद से सेना ने संदिग्ध लोगों को बिना मुकदमे के गिरफ्तार कर लंबे समय के लिए हिरासत में रख सकती है। जवाबी कार्यवाही करते हुए श्रीलंका की सेना ने अभी राष्ट्रपति निवास के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए आंदोलनकारियों पर हिंसा के आरोप में अभी तक 45 लोगों को गिरफ्तार किया है।