Russia Ukraine War : कीव में हुए 7 बड़े हमलें, जेलेंस्की ने कहा-जो देश की रक्षा करना चाहे, हम उसे हथियार देंगे
आज दूसरे दिन भी यूक्रेन पर लगातार हमला हो रहा है। यूक्रेन की राजधानी मे आज सुबह 7 बड़े हमले किये गये है। लोग घबराकर रातभर से घरों, शेल्टर में छिपे हुए हैं। वहा के लोगो ने बताया कि खाने-पीने से लेकर रोजाना उपयोग की चीजे भी समाप्त हो रही है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बताया है कि रूस की सेना कीएफ में घुस गई है। यूक्रेनी मंत्रालय ने बताया की रूसी सेना संसद से करीब 9 किलोमीटर की दूरी पर पहुँच गये है। रूसी टैंक यहा से करीब 32 किमी दूर है। जिसे रोकने के लिए यूक्रेनी सेना ने अपने तीन पुल उड़ा दिये है। अगले 96 घंटे, यानी 4 दिन में कीव पर रूस का कब्जा हो जाएगा वोलोदिमीर जेलेंस्की ने ऐसी राष्ट्र के सामने आशंका जाहिर की। रूसी सेनाएं यूक्रेन के रिहायसी इलाको को टारगेट किया है। जेलेंस्की ने रूसी नागरिकों से अनुरोध किया है कि,“सभी भाई-बहन इस हमले का विरोध प्रदर्शन करे”। तब से लगातार यह खबरे आ रही कि रूस की राजधानी मॉस्को सहित 53 शहरों में युद्ध के खिलाफ बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो रहे हैं। रूस की पुलिस अब तक 1700 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर चुकी है। लेकिन इसके बाद भी विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदर्शन कर रहे लोगों में कई ऐसे भी हैं। जिनके परिवार या रिश्तेदार के सदस्य यूक्रेन में फंसे हुए हुए है।
जेलेंस्की ने किया ट्वीट
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा जो देश की रक्षा करना चाहता है। उसे हम हथियार देंगे। हमारे शहरों के वर्गों में यूक्रेन का समर्थन करने के लिए तैयार रहें। हम यूक्रेन के उन सभी नागरिकों पर से प्रतिबंध हटा देंगे जो हाथ में हथियारों के साथ क्षेत्रीय रक्षा के हिस्से के रूप में हमारे देश की रक्षा के लिए तैयार हैं। वोलोदिमीर जेलेंस्तकी ने कहा, “हम पुतिन विरोधी गठबंधन बना रहे हैं। मैंने हमारी सेना के लिए ठोस प्रतिबंधों और ठोस सहायता के बारे में के साथ बात की। हम निर्णायक कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं”।
एक वेबसाइट ने स्रोत के हवाले से बताया है कि रूस की ये योजना है–
- राजधानी कीव के प्रमुख हवाई अड्डे और एयर ट्रैफिक कंट्रोल पर क़ब्ज़ा करना,
- सीमा पर हमला करते हुए यूक्रेनी सैनिकों का ध्यान भटकाना
- 10000 सैनिकों को राजधानी में उतारना
- कीव में बिजली और संचार के साधनों को नाकाम करना ताकि वहाँ अफरा-तफरी फैल जाए।
- यूक्रेन के सैनिक इधर उधर न जाने पाए, इसके के लिए शरणार्थियों को पलायन के लिए उकसाना
- सरकारी इमारतों, कैबिनेट और संसद पर क़ब्ज़ा करना और देश के नेतृत्व को रूस की शर्त पर समझौते के लिए मजबूर करना।
- रूस समर्थित नेताओं को सत्ता में लाना
- यूक्रेन को पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी की तरह दो हिस्सों में तोड़ना, लेकिन अभी तक इस खबर की पुष्टि नहीं की जा सकी।