सीएम शिवराज सिंह ने पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में सात दिन बाद फिर आवाज ऊंची की है। सीएम शिवराज ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल लिया है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि – पाँच जनवरी के दिन देश स्तब्ध था, जो चूक हुई वो बेहद गम्भीर थी। ये अचानक नही पहले से ये सब सोच लिया गया था। ये लापरवाही नही बल्कि मिली भगत थी। उन्होंने आगे कहा- प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा के साथ भी साजिश की जा सकती है यह कोई कल्पना तक नहीं कर सकता था। मैंने, उस दिन भी कहा था यह कोई चूक नहीं है आखिर प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा में चूक कैसे हो सकती जब तक चूक ना की जाए। अब वो सिद्ध हो गया है एक प्रतिष्ठित टीवी चैनल ने स्टिंग ऑपरेशन के माध्यम से प्रधानमंत्री जी श्रीमान नरेंद्र मोदी जी की सुरक्षा के साथ हुए खिलवाड़ का खुलासा किया है।
सोनिया गांधी को लिया कटघरे में
सीएम शिवराज ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से सवाल करते हुए कहा – मैडम सोनिया गांधी से सवाल पूछना चाहता हूं, पीएम के साथ 5 तारीख को जो घटना हुई मैडम को जवाब देना पड़ेगा कि पीएम के साथ सीएम क्यों नहीं थे, डीजीपी क्यों नहीं थे? सीएस क्यों नहीं थे ?डीजीपी क्यों नहीं थे ? पंजाब के सीएम कहते हैं कि, किसी को कोरोना हो गया था इसलिए, वह कार्यक्रम में नहीं गए। लेकिन, यह कहना कि थोड़ी देर बाद वे, बिना मास्क लगाएं प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रकट हो गए थे। यह सवाल भी उठता है मैडम प्रधानमंत्री के रूट की जानकारी आखिर किस ने प्रदर्शनकारियों को दी ? मैडम से एक और सवाल! पुलिस की मौजूदगी के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी इकट्ठा कैसे हो गए ? आमतौर पर माननीय प्रधानमंत्री जी को तो छोड़ दीजिए, कोई और वीआईपी भी जाता है तो रूट क्लियर है कि नहीं, कैसे क्लियर किया जाए इसकी पूरी व्यवस्था की जाती है। मैडम डीजीपी ने क्यों ? पूरी व्यवस्था और रूट सुरक्षित है ऐसा संदेश प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा टीम को दिया था। अगर दिक्कत थी तो समय रहते उस खतरे से आगाह क्यों नहीं कराया गया।
यह राष्ट्रद्रोह है- CM शिवराज
क्या पीएम की सुरक्षा के संबंध में गलत जानकारी देना राष्ट्रद्रोह नहीं है ? पंजाब सरकार ने जो FIR दायर की है उसमें सेक्शन 283 लगाया गया जिसमें मात्र ₹200 के दंड का प्रावधान है। क्या प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा राष्ट्र की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का जुर्माना महज ₹200 है…?
कांगेस की शर्मनाक हरकत
एक सवाल और उठता है, मैडम! सीएम फोन क्यों नहीं उठा रहे थे? गृह मंत्रालय के अधिकारियों के फोन नहीं उठा रहे थे । यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमान जेपी नड्डा जी ने फोन किया, तो वह फोन भी नहीं उठाये। आखिर मुख्यमंत्री किस घटना का इंतजार कर रहे थे?