CM शिवराज की MP को बड़ी सौगात, 1200 एंबुलेंस के संचालन का किया लोकार्पण

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में 1200 एंबुलेंस के संचालन का लोकार्पण किया। ‘एमपी 108 संजीवनी ऐप’ का जनप्रतिनिधियों के साथ लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होने कहा कि ‘108 संजीवनी एम्बुलेंस’ जिंदगी बचाने की संजीवनी है। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह एम्बुलेंस समय पर पहुंचकर कई जिंदगियों को बचाने का कार्य करती है।
सीएम ने कहा कि यह मात्र एंबुलेंस के लोकार्पण का कार्यक्रम नहीं है। यह उन भाई-बहनों जो बीमार हैं, उनकी ज़िंदगी बचाने का अभियान है। ‘108 संजीवनी एम्बुलेंस’ जिंदगी बचाने की संजीवनी है। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह एम्बुलेंस समय पर पहुंचकर कई जिंदगियों को बचाने का कार्य करती है। सीएम ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने कोरोना संकट पर जीत दर्ज की है। प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को लगातार सुदृढ़ बनाया जा रहा है।
एम्ब्युलेंस सेवा प्रोफेशन नहीं, मिशन है
सीएम ने सभा में उत्साह भरते हुए कहा कि मैं एम्ब्युलेंस सेवा से जुड़े मित्रों से कहना चाहता हूँ कि इसे आप प्रोफेशन मत मानना। आप लोगों के लिए भगवान जैसे हैं। यह एक मिशन है। 313 ब्लॉक में हमने स्वास्थ्य शिविर लगाए। गर्मियों के बाद हर जिले में दो दिन के स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। महिलाएँ बहुत सहनशील होती हैं। उन्हें अगर कोई बीमारी होती है, तो वो बताती नहीं हैं। ऐसी महिलाओं का भी चेकअप किया जाएगा और समय पर इलाज दिया जाएगा।
मेधावी विद्यार्थी योजना
सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना के अंतर्गत मेडिकल कॉलेज में यदि गरीब बच्चों का एडमिशन होता है, तो हम उनकी फीस भरते हैं। मैं चाहता हूं कि वो कम से कम 3 साल ग्रामीण इलाकों में सेवाएँ दें।
मामा आजकल खतरनाक मूड में है
सीएम ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी डिजिटल एक्स-रे की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। हमने स्वास्थ्य विभाग के बजट में 29% की वृद्धि की है। हमने सरकारी अस्पतालों की मरम्मत के लिए 263 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। हर 25,000 की आबादी पर एक संजीवनी क्लीनिक खोला जाएगा। हमारा टार्गेट है कि 2025 तक हमें टीबी मुक्त मध्यप्रदेश बनाना है। 2030 तक हम मलेरिया मुक्त मध्यप्रदेश बनाने का लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे। मैं एम्बुलेंस संचालकों से कहना चाहता हूँ कि कर्मचारियों को समय पर तनख्वाह मिले। मैं नहीं चाहता कि हमारे कर्मचारी एक दिन भी रुकें। अगर शिकायत मिली तो देख लेना, मामा आजकल खतरनाक मूड में है।