बीजेपी नेता दुर्गेश केसवानी का बड़ा आरोप: कांग्रेस ने दिया विभाजन का दंश, वर्षों तक अटकाई नागरिकता
भोपाल। सिंधी समाज को लेकर कमलनाथ द्वारा दिए गए बयान पर बीजेपी प्रवक्ता और सिंधी समाज के नेता डॉ दुर्गेश केसवानी ने विरोध जताया है। दुर्गेश केसवानी ने कांग्रेस पर सिंधी समाज की पूरी संस्कृति खत्म करने का आरोप लगाया है। सिंधियों की विरासत सिंधु घाटी सभ्यता कांग्रेस के कारण सिंधी समाज से दूर हुई। जो सिंधी समाज सदैव संपन्न रहा उसे कांग्रेस के कारण दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ा। दुर्गेश केसवानी ने कुछ अवसरवादी लोगों पर अपने निजी हित के लिए सिंधी समाज को भड़काने के लिए कुटिल चालें चलने का आरोप लगाया।
बीजेपी प्रवक्ता डॉ दुर्गेश केसवानी ने कहा कि आज जब राष्ट्रवादी विचारधारा से ओतप्रोत सिंधी समाज अपनी मेहनत और ईमानदारी के दम पर अपने आप को साबित कर फिर से खड़ा हो गया है तो कांग्रेस को सिंधी समाज की याद आ रही है। कांग्रेस पर सिंधी संस्कृति को खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने सिंधी समाज को विभाजन का दंश दिया है। कांग्रेस के कारण ही सिंधियों को अपनी पूरी संपत्ति और घर बार छोड़कर भटकना पड़ा। इसके विपरीत भाजपा की राष्ट्रवादी सरकार ने हमेशा ही सिंधी समाज को देश के साथ जोड़कर उनके विकास और उत्थान में हर संभव सहायता दी है। डॉ. केसवानी ने आरोप लगाया कि कुछ स्वार्थी लोग अपनी स्वार्थसिद्धि के लिए पूरे समाज को मोहरा बनाकर कुटिल चालें चल रहे हैं।
पड़ोस देशों के अल्पसंख्यक भी बन सकते हैं भारत के नागरिक : केसवानी
डॉ. केसवानी ने बताया कि आज पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू सिंधी समुदाय और सिखों पर बड़े पैमाने पर अत्याचार हो रहा है। ऐसे में पीएम मोदी ने सीएए कानून के जरिए सिंधी समाज के लोगों को जीने का अधिकार दिया। सीएए कानून के जरिए भारत के तीन मुस्लिम पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए गैर मुस्लिम प्रवासी जिनमें हिंदू, ईसाई, सिख, जैन, बौद्ध और पारसी शामिल हैं, उन्हें सीधे भारत की नागरिकता देने के नियम को आसान बनाया है। जबकि कांग्रेस विभाजन के बाद इन लोगों को भूल ही गई थी।
पट्टों की समस्या सुलझाई, भारत की नागरिकता दी
डॉ. केसवानी ने मध्य प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार अपने शासन में सिंधी समाज के लोगों को पट्टे तक नहीं दिलवा सकी। इसरानी मार्केट के पट्टे हो या भारत की नागरिकता। कांग्रेस एक भी वचन काे पूरा नहीं कर सकी। जिसके कारण सिंधियों को वर्षों तक भटकना पड़ा। केंद्र की मोदी और प्रदेश की शिवराज सरकार ने तेजी से काम करते हुए लोगों की पट्टे की समस्याएं सुलझाईं और नागरिकता देने का काम किया। पाकिस्तान से आए अल्पसंख्यकों को गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने नागरिकता के प्रमाण पत्र सौंपे हैं। ये सभी बातें साबित करती हैं कि भाजपा हमेशा सिंधी समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चली रही है।