मोरबी पुल हादसा मामला: हादसे से चंद सेकंड पहले का वीडियो आया सामने, दिए गए जांच के निर्देश
- अब तक 190 लोगों की मौत, 170 का इलाज जारी
गुजरात। मोरबी इलाके में करीब 142 साल पुराने सस्पेंशन पुल के अचानक टूटने के मामले में अब तक 190 लोगों की मौत की जानकारी मिल रही है। वहीं बताया जा रहा है कि 170 लोगों को सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है। हादसे के बाद घटना के समय का 36 सेकंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह से भारी भीड़ पुल पर जमा थी। पीएम मोदी, एमपी के सीएम शिवराज समेत तमाम नेताओं ने घटना पर दुख व्यक्त किया है।
जानकारी के अनुसार गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बने 142 साल पुराने सस्पेंशन पुल पर रविवार शाम भारी संख्या में पर्यटक पहुंच गए थे। अंग्रेजों द्वारा बनाया गया यह 765 फीट लंबा और 4.6 फिट चौड़ा पुल काफी समय से बंद था, 5 दिन पहले ही मरम्मत पूरी होने के बाद इसे जनता के लिए खोला गया था। रविवार शाम करीब साढ़े 6 बजे यह पुल अचानक टूटकर नदी में दो हिस्सों में गिर गया जिससे काफी लोग नदी के बहाव में डूब गए। घटना की जानकारी मिलते ही राज्य और केंद्र सरकार ने तत्काल एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना की टीमों को लोगों को रेस्क्यू करने के लिए लगाया था। वहीं मामले में जांच के निर्देश दिए गए हैं कि आखिर किसकी लापरवाही से इतनी संख्या में अचानक लोग पुल पर पहुंच गए थे।
मोरबी सिविल अस्पताल में चल रहा घायलों का इलाज
घटना के बाद मौके पर अफरातफरी का माहौल बन गया था। पुलिस और सेना की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू किया और घायलों को रेस्क्यू कर इलाज के लिए मोरबी सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं घायलों की संख्या अधिक होने के चलते राजकोट सिविल अस्पताल से भी यहां स्टाफ बुलाया गया है। केंद्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रूपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। अभी भी रेस्क्यू टीम द्वारा मच्छु नदी में लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।