नारी अब अबला नही, नारी दुर्गा और नारायणी का रुप है- मुख्यमंत्री शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्व-सहायता समूहों के संकुल संगठनों की बहनों के साथ संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज बड़ा दिन है, आज समाजसेवी, समाजसुधारक और बहनों के लिए विशेष कार्य करने वाले महात्मा ज्योतिबा फुले का जन्मदिन है। पुराने समय में बहनों-बेटियों को पढ़ने नहीं दिया जाता था, लेकिन ज्योतिबा फुले ने तय किया कि मैं बहनों-बेटियों को शिक्षा देने का काम करूंगा।
उन्होंने अपनी पत्नी सावित्री बाई फुले के साथ घूम घूमकर शिक्षा का प्रसार किया और महिलाओं की शिक्षा के लिए एक विद्यालय की भी स्थापना की।
ज्योतिबा फुले जी ने कहा था कि आप स्वयं पर विश्वास करें। आज हमारी दीदीयाँ अकेली नहीं हैं, हजारों महिलाओं का नेतृत्व करती हैं और आप यह सिद्ध करती हैं कि उन्हें अपने आप पर विश्वास है और वे दूसरों से बेहतर काम कर सकती हैं।
हमने लाडली लक्ष्मी योजना बनाई जिसका परिवार आज 44 लाख 50 हजार से ज्यादा का हो चुका है। बेटी का विवाह बोझ न बने इसके लिए मुख्यमंत्री कन्यादा योजना बनाई। बेटा-बेटी को जन्म देने वाली बहना को भी प्रसव से 4 हजार और प्रसव के बाद 12 हजार रुपये दिये जाएंगे, ताकि दोनों की सेहत ठीक रहे।
चूल्हे चौके से निकलकर मेरी बहनें आज नेतृत्व कर रही हैं। आजीविका मिशन की 17 हजार बहनें चुनाव जीती हैं, श्योपुर में आजीविका मिशन की एक बहन जिला पंचायत अध्यक्ष बन गईं।हमने तय किया कि अगर कोई बहन के नाम से मकान, दुकान या जमीन खरीदेगा तो एक प्रतिशत स्टाम्प शुल्क लगेगा।
2012 में हमने आजीविका मिशन का बीज बोया था। इसका परिणाम है कि नारी अब अबला नहीं है, नारी दुर्गा और नारायणी का रुप है। आजीविका मिशन से सामाजिक क्रांति आई है, लेकिन अभी और आगे बढ़ते जाना है।
मध्यप्रदेश में स्व-सहायता समूह की बहनों को अब केवल ऋण पर दो प्रतिशत ब्याज देना होगा, बाकी पैसा भइया और भारतीय जनता पार्टी की सरकार भरवाएगी। स्व-सहायता समूहों से 51 लाख बहनें जुड़ी हैं, हमें हर गरीब बहन को इस मिशन से जोड़ना है।