क्या विभा पटेल से हार का बदला ले पाएंगी राजो मालवीय?
भोपाल। मध्यप्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में घमासान मचा हुआ है। दोनों ही दलों के प्रत्याशी अपनी- अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। कांग्रेस ने अपने महापौर प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। लेकिन भाजपा ने अभी तक अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किये हैं।
यदि बात करें भोपाल नगर निगम की तो कांग्रेस ने पूर्व महापौर विभा पटेल को एक बार फिर चुनावी मैदान में उतार दिया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर भाजपा का उम्मीदवार कौन होगा? आपको बता दें कि बीजेपी की तरफ से भाजपा की पूर्व प्रत्याशी व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजो मालवीय का नाम पहले पायदान पर है। साथ ही चर्चा इस बात की है कि क्या बीजेपी राजो मालवीय को विभा पटेल से मिली हार का बदला पूरा करने लिए फिर से चुनावी मैदान में उतरेगी ? क्यों कि राजो मालवीय 1999 में महापौर का चुनाव लड़ी थी तब साढ़े 7 हजार वोट से चुनाव हार गई थी। राजो मालवीय ने हार के लिए तात्कालीन सरकार के मुखिया दिग्विजय सिंह को जिम्मेदार ठहराया था। उनका कहना है कि अंतिम राउंड की मत पेटी को खोला ही नहीं गया और दिग्विजय सिंह ने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए विभा पटेल की एक तरफ जीत घोषित करवा दी थी। यदि इस बार भी बीजेपी राजो मालवीय पर दांव लगाती है तो मुकाबला वाकई बड़ा दिलचस्प होगा। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का भी यही मानना है कि राजो मालवीय को टिकट मिलना चाहिए क्यों कि राजो मालवीय ने अपना पूरा जीवन भाजपा संगठन को समर्पित किया है। इसके बदले में पार्टी की तरफ राजो मालवीय को कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी नहीं मिली है। वरिष्ठ जनों का यह भी कहना है कि राजो मालवीय को यदि टिकट मिलता है तो यह एक आम कार्यकर्ता का सम्मान होगा। बता दें कि राजो मालवीय पूर्व में महिला आयोग की सदस्य भी रह चुकी है। वहीं दूसरी तरफ पार्टी के पास ओबीसी वर्ग में कोई बड़ा चेहरा भी नहीं है इसलिए राजो मालवीय को महापौर का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।