अरुण यादव और अजय सिंह कमलनाथ का विरोध क्यों कर रहे हैं, इसके पीछे कौन हैं?
मध्य प्रदेश कांग्रेस में इन दिनों कुछ ठीक सा नहीं चल रहा है।कमलनाथ खेमा जहां भावी मुख्यमंत्री के रूप में कमलनाथ को अगला मुख्यमंत्री देखना चाहता है वहीं कांग्रेस का एक बड़ा वर्ग जो महाकौशल और मालवा में अपनी पकड़ रखता है वह कमलनाथ को मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार नहीं कर रहा है। जिसको लेकर कांग्रेस में खेमेबाजी काफी तेज हो गई है।
कभी अरुण यादव के बयान कमलनाथ के खिलाफ दिखाई देते हैं तो कभी पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के बेटे जो उनकी विरासत संभाल रहे अजय सिंह भी कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री के रूप में अभी स्वीकार नहीं कर रहे है। उन्होंने साफ कहा कि कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा? इसको तय करने वाला हमारा राष्ट्रीय नेतृत्व है।
इन सब बातों से यह साफ हो जाता है की कमलनाथ भले ही पीसीसी चीफ हैं। पर आज भी एक बहुत बड़ा तबका कांग्रेस का उनको नेतृत्व के रूप में स्वीकार नहीं कर रहा है और कमलनाथ भी कह चुके हैं कि यह सब क्यों हो रहा है मुझे मालूम है इन सब के पीछे कौन नेता है यह भी वह जानते हैं इसको लेकर भी खुलकर मीडिया में बोल चुके हैं।
हालांकि कमलनाथ मजे हुए कांग्रेस के सीनियर लीडर हैं जिनकी पकड़ गांधी परिवार में सीधे मानी जाती है इसलिए इन सब बातों का बहुत ज्यादा मतलब तो नहीं है पर आने वाले आम चुनाव जो नवंबर 2023 में होने हैं उनमें इन सब खेमेबाजी से समस्या तो पैदा होना तय है।