लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार ने बड़ा तीर चलाया है। राम मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा के बाद CAA लागू करना भाजपा का मास्टर स्टोक बताया जा रहा है। ऐसे में देश भर में अफवाह फेल रही है कि इस कानून के आने के बाद भारत के मुसलमानों को खतरा होगा लेकिन आप जान लीजिए ये कानून नागरिकता छीनने का नहीं, नागरिकता देने का कानून है। कुछ सवाल-जवाब के माध्यम से हम इसे आसानी से समझ सकते हैं।

  • CAA का अर्थ क्या है ?
  • नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act )
  • CAA में किन-किन नागरिकों को भारतीय नागरिकता प्राप्त होगी ?
  • पड़ोसी देश पकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान से धार्मिक आधार पर प्रताड़ित अल्पसंख्यक नागरिकों को।
  • CAA के अनुसार किस-किस को अल्पसंख्यक माना गया है ?
  • पडोसी देश पकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान के हिन्दू, सिख, बोद्ध, जैन, ईसाई एवं पारसी नागरिकों को।
  • इसमें मुस्लिमों को नागरिकता का प्रावधान क्यों नहीं है?
  • क्योंकि पकिस्तान बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान में मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं हैं।
  • क्या CAA लागू होने से मुस्लिमों की नागरिकता छिन जाएगी ?
  • नहीं, यह नागरिकता छीनने का नहीं बल्कि नागरिकता प्रदान करने का कानून है।
  • CAA लागू होने के बाद किस तरह से नागरिकता प्राप्त की जाएगी ?
  • 31 दिसंबर 2014 से पहले आए लोगों द्वारा ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से
  • फिर कई बड़े राजनैतिक लोग इसका विरोध क्यों कर रहे हैं ?
  • क्योंकि उनका मानना है कि CAA लागू होने से उन्हें कोई राजनैतिक लाभ नहीं है।

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