जमानत पर छूटे आरोपी ने खुद को मरा साबित करने छात्र की गला रेतकर हत्या कर लगाई आग

- आरोपी ने जेल में एक साथी के परिचित से लिए थे 5 लाख रूपए उधार
- आरोपी पैसों का तकादा करने वाले दोस्त को मार कर कमरे में दफनाना चाहता था
भोपाल। खजूरी थाना पुलिस ने युवक की हत्या की गुत्थी 24 घंटे के अंदर सुलझा ली। युवक का हत्यारा 3 माह पहले ही जेल से छूटकर लौटा था। उसने खुद की जमानत करवाने और घर के काम के लिए एक कैदी के परिचित से 5 लाख रूपए उधार लिए थे। पैसे ना लौटाने पर मिल रही धमकी से परेशान होकर आरोपी दोस्त की हत्या कर किराए के मकान में शव दफनाने का प्लान बनाया था। 6 जुलाई को ही आरोपी की पैरोल खत्म हुई थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक 21 वर्षीय अमन पिता लखन लाल दांगी ग्राम सिराडी थाना दोराहा, सीहोर का रहने वाला था। वह अमलतास कॉलोनी में किराए से कमरा लेकर बीएससी की पढ़ाई के साथ ही पार्ट टाइम एमआर की जॉब करता था। गुरुवार रात पुलिस को अमलतास कॉलोनी में अनीता अहिरवार के मकान से उसका अधजला शव मिला था। यह कमरा कुछ माह से रजत सैनी ने किराए से ले रखा था।
साथी की हत्या कर शव दफनाने के लिए किराए से लिया था कमरा
मूलतः गुना निवासी 27 वर्षीय रजत सैनी उर्फ सिद्धार्थ उर्फ माइकल पिता सुरेश सैनी ने किराए से यह कमरा लिया था। उसके खिलाफ हबीबगंज जीआरपी और गुना में मामले दर्ज है। वह मार्च में ग्वालियर जेल से पैरोल पर छूटा था। जेल में कैदी निरंजन मीणा ने उसका परिचय रामनिवास मीणा से करवाया था। उसने रामनिवास से 5 लाख रूपए उधार लिए थे। पैसे न लौटाने पर निरंजन उसे और परिजनों को मारने की धमकी दे रहा था। जिसके चलते उसने निरंजन को किराए के कमरे में मारकर दफनाने का प्लान बनाया था।
पहला प्लान फेल हुआ तो खुद को मरा साबित करने की कोशिश की
कुछ समय पहले ही रजत ने अमन से दोस्ती की। वह गुरुवार दोपहर अमन को अपने कमरे में लाया और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। अमन का चेहरा जला दिया ताकि लोग समझे की जलने से रजत की मौत हुई और वह पैसे लौटाने और जेल जाने से बच जाए। बताया जा रहा है कि उसने खुद की हत्या का आरोप उसे कमरा किराए से दिलवाने वाले दोस्त रवि मेवाडा पर लगाने का प्लान बनाया था।