उज्जैन महाकाल से दिल्ली जल्द चलेगी ट्रैन
मप्र- महाकाल लोक बनने के बाद बड़ी संख्या में देश के अलग-अलग हिस्सों से लोग उज्जैन आने लगे है। अप्रैल में उज्जैन मेें आयोजित प्रदीप मिश्रा की कथा के समय तक इंदौर-दिल्ली की ट्रेन में 90 प्रतिशत यात्री उज्जैन स्टेशन पर उतरे और चढ़े थे। इसके अलावा आम दिनों मेें भी इस रुट पर चलने वाली ट्रेनों के ज्यादातर यात्री उज्जैन में दर्शन के लिए आते हैै। महाकाल लोक बनने के बाद दिल्ली से इंदौर आने वाली ट्रेनों में यात्रियों का दबाव बढ़ गया है, लेकिन अभी तक उज्जैन से सीधे दिल्ली तक कोई ट्रेन नहीं है। यात्रियों को बेवजह इंदौर तक का टिकट लेना पड़ता है, लेकिन भविष्य में रेलवे उज्जैन से दिल्ली तक सीधे ट्रेन चला सकता है। रेलवे बोर्ड के चेयरमेन अनिल कुमार लाहोटी ने कहा है कि हम पहले उज्जैन स्टेशन की क्षमता बढ़ाना चाहते है। इंदौर-उज्जैन दोहरीकरण का काम लक्ष्मीनगर स्टेशन के पास दो ब्लाॅक में बाकी है, जो सितंबर तक पूरा हो सकता है। उसके बाद उज्जैन से ट्रेन चलाई जा सकती है। लाहोटी इंदौर से जुड़े रेल के प्रोजेक्टों की समीक्षा करने इंदौर आए थे।