कल हाथ ठेला लेकर निकलेंगे CM शिवराज, आंगनवाड़ी के बच्चों के लिए एकत्रित करेंगे खिलौने

मध्य प्रदेश की आंगनवाड़ियों से जनता को जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक अनूठी पहल करने जा रहे है। सीएम 24 मई को भोपाल में खिलौने एकत्रित करने के लिए हाथ ठेला लेकर निकलेंगे। वहीं सीएम शिवराज ने बताया कि मैं 24 मई को भोपाल में आंगनवाड़ी बच्चों के लिए खिलौने एकत्रित करने निकलने वाला हूं। इसका उद्देश्य लोगों को जोड़ने का मिशन है।

सीएम ने बयान जारी करते हुए कहा कि हमारे बेटे और बेटियां देश के भविष्य है। बच्चे स्वस्थ, शिक्षित और संस्कारित हो, यह जरूरी है।इसलिए सरकार अपनी तरफ से प्रयास कर रही है, आंगनबाड़ियों में प्रयास किए जा रहे हैं। सीएम ने सवाल करते हुए पूछा कि क्या सरकार के अलावा आप की कोई जवाबदारी नहीं है…? क्या वो बच्चे जो पूर्णता स्वस्थ नहीं है, अंडरवेट हैं या जिनके पास खेलने कूदने या पढ़ने की सामग्री नहीं है, उनके प्रति हमारा कोई दायित्व नहीं है? आखिर वो हमारे बच्चे हैं।

हमारा देश कहता है, “वसुधैव कुटुम्बकम्”। सारी दुनिया ही एक परिवार है फिर ये तो हमारे बच्चे हैं। इसलिए मेरे मन में आया कि हमारे बेटा-बेटी सवस्थ हो इस अभियान से समाज को जोड़ना चाहिए। स्वस्थ बच्चों के लिए ये प्रयास एक जन आंदोलन बन जाए। आप, हम सब, पूरा समाज उससे जुड़ जाए और इसके लिए समाज को जोड़ने के लिए मैं कल 24 तारीख को भोपाल की सड़कों पर शाम को निकल रहा हूँ। मैं खुद समाज से अपील करूँगा सड़क पे जाके, बच्चों को खेलकूद की सामग्री दें, शिक्षा के साधन दें, आवश्यक जरूरी चीजें जुटाए ताकि हमारा कोई बच्चा अभाव में ना जिये। आइये, अपने देश के बेहतर भविष्य के लिए, स्वस्थ बालक-बालिका अभियान में आप भी सहयोग दें। अपनी आंगनबाड़ियों के लिए आप कोई चीज़ जरूर दान करें।

सीएम शिवराज ने पहले कहा था कि हमारे आंगनवाड़ी के बच्चे कुपोषित क्यों रहे। ये आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी नहीं है कि वह बच्चों को कुपोषण से मुक्त करें। साथ ही उन्होंने कहा कि समाज में जागरूकता आना चाहिए। मैंने अपने क्षेत्र के किसानों से आह्वान किया फसल आई है, आंगनवाड़ी में कुछ गेंहू दे दो और कई जगह लोगों ने आंगनवाड़ियां भर दी। किसी ने 50 किलो किसी ने 25 किलो। कोई कमी नहीं रही। सीएम ने कहा कि सरकार और पोषण आहर एक पक्ष है, लेकिन जनभागीदारी जुटाना और लोगों के मन में यह तड़प पैदा करना कि हमारे बच्चे कुपोषित नहीं रहेंगे यह दूसरा पक्ष है। और आंगनवाड़ी में जिन चीजों की जरूरत है कई जगह खिलौने की जरूरत है। उन्होंने कहा था कि मैंने तय किया है कि मैं खुद हाथ ठेला लेकर खिलौने एकत्रित करने निकलूंगा। यह जागरूकता पैदा करके लोगों को जोड़ने का प्रयास है।

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