सतना में कोल शासकों की गढ़ी का होगा जीर्णोद्धार, लगेगी माँ शबरी की प्रतिमा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लगातार मध्य प्रदेश का दौरा जिस प्रकार चल रहा है उसमें सियासी हलचल होना लाजमी है मध्यप्रदेश में नवंबर 2023 के महान विधानसभा के आम चुनाव होने प्रस्तावित है इन्हीं चुनाव के मद्देनजर सामाजिक गणित एवं मध्य प्रदेश में राजनीतिक संगठनात्मक बदलाव की ओर संकेत दिखाई दे रहे हैं जिस प्रकार से केंद्रीय गृहमंत्री मध्य प्रदेश के सामाजिक सम्मेलन एवं विकास की योजनाओं के लोकार्पण हेतु आ रहे हैं उससे तो यही साबित होता है कि आने वाले वक्त में काफी बड़े और निर्णायक निर्णय होंगे।
केन्द्रीय मंत्री शाह आज सतना के मैत्री पार्क में माता शबरी जयंती पर कोल जनजाति महाकुंभ में शामिल हुए। अध्यक्षता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। केन्द्रीय मंत्री श्री शाह और मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाकुंभ का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। साथ ही 507 करोड़ रूपये लागत के 70 विकास कार्यों का शिलान्यास और 26 करोड़ रूपये लागत के 18 कार्यों का लोकार्पण किया। समारोह में विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये गये। प्रारंभ में केन्द्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीराम और माता शबरी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। साथ ही कन्या-पूजन कर बेटियों का सम्मान किया।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा है कि केन्द्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की डबल इंजन की सरकार हर गरीब के जीवन को सुखी बनाने के लिये संकल्पित है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने अनुसूचित जाति और जनजाति के विकास के लिये अनेक महत्वपूर्ण कार्य किये हैं। पूर्व की केन्द्र सरकार एससी-एसटी वर्ग के लिये 24 हजार करोड़ प्रतिवर्ष खर्च करती थी, मोदी सरकार ने इस राशि को कई गुना बढ़ा कर 90 हजार करोड़ रूपये कर दिया है। पहले सिर्फ 167 एकलव्य विद्यालय हुआ करते थे, मोदी सरकार ने इनकी संख्या बढ़ा कर 690 कर दी है। इसी प्रकार एससी-एसटी वर्ग के छात्र-छात्राओं के लिये पहले 1000 करोड़ रूपये का प्रावधान था, जिसे मोदी सरकार ने बढ़ा कर 2833 करोड़ रूपये कर दिया है।
उन्होंने वर्ष 1832 के कोल विद्रोह का उल्लेख करते हुए कहा कि मोदी सरकार देश में शहीदों के स्मारक बनाने का काम कर रही है। पिछले 5 सालों में 80 जनजातीय स्मारक बनाने के लिये 200 करोड़ रूपये खर्च किये। देश में 70 साल में जो नहीं किया गया वह प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कर दिखाया है। देश में यह पहली बार हुआ है कि गरीब जनजातीय समाज की बेटी द्रौपदी मुर्मु को राष्ट्रपति बना कर समग्र जनजातीय समाज का सम्मान किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 5 करोड़ रूपये खर्च कर रघुनाथ शाह और शंकर शाह का स्मारक बनाया और ढेर सारी योजनाएँ संचालित की हैं। श्री शाह ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को बधाई देते हुए कहा कि उनकी अगुवाई में प्रदेश तरक्की के नये आयाम हासिल कर रहा है।शिवराज सिंह चौहान एक लोकप्रिय जननायक हैं।
मुख्यमंत्री ने कोल समाज की उन्नति और गौरव को स्थापित करने के लिये राज्य सरकार की संकल्प शक्ति को जताया। उन्होंने कहा कि रीवा जिले की त्यौंथर तहसील में कोल शासकों की कोल गढ़ी का साढ़े 3 करोड़ रूपये की लागत से जीर्णोद्धार किया जायेगा। गढ़ी की बाउण्ड्री-वॉल बनाई जायेगी, मैया शबरी की प्रतिमा स्थापित की जायेगी और अंतिम कोल राजा का तेल चित्र बनवाया जायेगा। गढ़ी परिसर में कोल जनजाति की संस्कृति, वेशभूषा, रीति-रिवाज एवं इतिहास को भी दर्शाया जायेगा