भगवान बिरसा मुंडा के डर से अंग्रेज कांपते थे,कोल जनजाति से बोले शिवराज
भोपाल- भगवान बिरसा मुंडा के डर से अंग्रेज कांपते थे। उनके नेतृत्व में और भी अनकों कोल योद्धाओं ने संघर्ष किया, वह हम सभी के यशस्वी पूर्वज हैं। यह बात आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कोल जनजाति सम्मेलन में संबोधित करते हुए कही साथ उन्होंने कहा कि कोल समाज को भगवान श्रीराम के वन गमन के दौरान पर्णकुटी बनाने का गौरव प्राप्त है। मां शबरी के प्रेमवश झूठे किए बेर भगवान श्रीराम ने खाए। इस समाज ने अंग्रेजों के विरुद्ध संघर्ष किया। भगवान बिरसा मुंडा के डर से अंग्रेज कांपते थे। उनके नेतृत्व में और भी अनकों कोल योद्धाओं ने संघर्ष किया, वह हम सभी के यशस्वी पूर्वज हैं। उनकी जयंती को हमारे यशस्वी प्रधनमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया।
त्योंथर की कोल गढ़ी के जीर्णोद्धार के लिए 3.12 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिये हैं। भगवान बिरसामुंडा जी की पुण्यतिथि 9 जून को कोल गढ़ी के जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ किया जाएगा।
भाजपा और शिवराज सिंह की सरकार सबसे पहले गरीबों के लिए है। कोल समाज के निर्धन भाइयों के घर की जरूरत पूरी करने के लिए एक सर्वे के बाद हम भूअधिकार अधिनियम के तहत सबको आवासीय जमीन उपलब्ध कराई जाएगी।
कोल समाज के बच्चों की पढ़ाई के लिए और सरकारी नौकरियों में और इंजीनियरिंग/मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं के लिए विशेष कोचिंग स्थापित की जाएंगी। इसके लिए सरकारी तंत्र के साथ समाज के प्रतिनिधि भी सहयोग के लिए आएं।
समाज के बच्चों के मेडिकल/इंजीनियरिंग की फीस भी सरकार भरेगी। उनके रहने को अगर हॉस्टल में जगह नहीं मिलेगी तो किराये के घर के लिए भी किराया सरकार भरेगी। गंभीर रूप से बीमारों के इलाज की जिम्मेदारी भी सरकार उठाएगी। समाज के प्रतिनिधि इस कार्य में सहयोग करें। कोल समाज की बहनों के खातों में भी 10 जून से लाड़ली बहना योजना के तहत हर माह एक हजार रुपए पहुंचाए जाएंगे।