मप्र की धरती पर तेलुगु भाई-बहनों का हमेशा स्वागत है- मुख्यमंत्री शिवराज
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भारत के मध्य में ऐसा लगा मानो दक्षिण भारत भोपाल में आ गया हो दक्षिण की संस्कृति और दक्षिण के रहने वालों का अनोखा कार्यक्रम मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित किया गया। कार्यक्रम को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” योजना में समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को साझा करने की पहल तेलुगु संगमम् कार्यक्रम को संबोधित किया।
राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, तेलुगु संगमम् के संस्थापक पी. मुरलीधर राव, सांसद प्रज्ञा सिंह, सासंद वी.डी. शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, आईवायआर कृष्णाराव, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग सहित तेलुगु भाषी भाई-बहन और अन्य नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत की अतिथि देवो भव की परंपरा रही है। मध्यप्रदेश की धरती पर तेलुगु भाई-बहनों का हमेशा स्वागत है। सांस्कृतिक रूप से भारत सदैव एक था, एक है और एक रहेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। मध्यप्रदेश की विकास दर निरंतर आगे बढ़ रही है। कृषि के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री चौहान ने पुष्प-वर्षा कर तेलुगु भाषी भाई-बहन का स्वागत किया। कार्यक्रम में 30 कलाकारों के दल द्वारा तेलुगु नृत्य एवं गायन की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गई। अतिथियों का स्मृति-चिन्ह और स्टॉल भेंट कर तेलंगाना और मध्यप्रदेश राज्य की कला-संस्कृति अनुसार अभिनंदन किया गया।
मध्य प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी प्रभारी मुरलीधर राव दक्षिण भारत से ताल्लुक रखते हैं उनकी यह संस्था तेलुगु से जुड़े लोगों का कार्यक्रम करती आई है।भोपाल का यह आयोजन मध्यप्रदेश में रहने वाले तेलुगु राज्य से संबंध रखने वाले तेलगु जनता के अद्भुत अनुभव रहा।