दिल्ली में बोले शिवराजः हम केवल थर्मल एनर्जी पर डिपेंड नहीं, रिन्यूएबल एनर्जी सोलर, विंड और हाइड्रो पर काम कर रहे
दिल्ली। एक दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंचे सीएम शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करने के बाद बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इसके बाद वह केंद्रीय विद्युत नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से मुलाकात करने श्रम शक्ति भवन पहुंचे। सीएम ने उन्हें ओमकारेश्वर फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट की जानकारी दी।
मीडिया से बातचीत में सीएम शिवराज ने बताया कि एमपी ऐसा राज्य है जिसने 1 साल में अपने लॉसेस 41% से घटाकर 20% किए। हम ओमकारेश्वर में 600 मेगा वाट का विद्युत प्लांट बना रहे, जिसमें से अभी लगभग 300 के पीपीए हुए हैं। पानी की सतह पर सोलर पैनल बनाकर हम सूरज से बिजली बनाएंगे, इससे जमीन भी बचेगी और पानी भी भाप बनकर नहीं उड़ेगा। यह दुनिया का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट है इसकी प्रगति के बारे में मैंने केंद्रीय मंत्री को अवगत कराया। हम आने वाले समय में मुरैना और छतरपुर में भी सोलर पावर प्लांट प्रारंभ करने वाले हैं। एमपी में बिजली के क्षेत्र में जो समस्याएं हैं, उन समस्याओं पर भी चर्चा की। एमपी में बिजली के स्टोरेज की क्षमता और विकसित की जा रही है।
पावर प्लांट के मेंटेनेंस की मांगी अनुमति
एमपी सितंबर में अपने पावर प्लांट का मेंटेनेंस करता है और वह अनुमति लेकर करना पड़ता है, सीएम ने केंद्रीय मंत्री आरके सिंह से मेंटेनेंस करने की अनुमति मांगी। एक बैंकिंग भी मध्यप्रदेश करता है, बैंकिंग का मतलब यह है कि अभी हमारे पास पानी से बिजली बनती है तो हम दूसरे राज्यों को दे देते हैं और फिर नवंबर, दिसंबर, जनवरी में हमें, किसानों को बुवाई में फसलों की सिंचाई के लिए पानी की जरूरत पड़ती है तो हम उस पानी को वापस ले लेते हैं इस विषय पर भी चर्चा हुई।