शिवराज ने बनाया एमपी को डकैत मुक्त, डकैत गुड्डा गुर्जर शार्ट एनकाउंटर में गिरफ्तार
ग्वालियर। चंबल में आतंक का पर्याय बनते जा रहे 60 हजार रूपए के इनामी डकैत गुड्डा गुर्जर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वर्ष 2003 तक जिस ग्वालियर, चंबल के बीहड़ों को डकैतों की शरण स्थली कहा जाता था, अब वह सीएम शिवराज के राज में पूरी तरह से डकैत मुक्त बन चुका है। 28 अक्टूबर को सीएम शिवराज ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ने जरिए मुरैना, ग्वालियर और श्योपुर जिले की बैठक ली थी। बैठक में उन्होंने ग्वालियर और मुरैना एडीजी को जल्द से जल्द डकैत गुड्डा को गिरफ्तार करने के सख्त निर्देश दिए थे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए डकैत गुड्डा गैंग के सदस्य और उसकी मदद करने वाले करीब डेढ़ दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया था। वहीं देर रात गुड्डा गुर्जर को भी शॉर्ट एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया है।
ग्वालियर एडीजी डी श्रीनिवास वर्मा ने बताया कि बुधवार दोपहर सूचना मिली थी की गुड्डा गुर्जर घाटीगांव और भंवरपुरा के जंगल में है। पुलिस उसकी सर्चिंग कर ही रही थी तभी पता चला कि वह अपने 3 साथियों के साथ डंडा खिरक में बसोटा के जंगल पर मोंगियाओ के डेरे पर खाना खाने पहुंच रहा है। सर्चिंग के दौरान ग्वालियर क्राइम ब्रांच और घाटीगांव थाना पुलिस की रात करीब साढे 8 बजे बसोटा के जंगलों में गुड्डा से मुठभेड़ हो गई। डकैत गुड्डा और उसके साथियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भी फायरिंग की। गुड्डा के पैर में गोली लगते हैं उसके साथी मौके से भाग निकले। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, वहीं उसके अन्य साथियों की तलाश के लिए सर्चिंग तेज कर दी है। पुलिस ने आरोपी के पास से एक बंदूक जब्त की है। ज्ञात हो कि सीएम शिवराज कई बार मंच से कह चुके हैं कि मध्य प्रदेश में जनता को परेशान करने वालों को मिट्टी में मिला दूंगा, सीएम के लिए एमपी की जनता की सुरक्षा ही सर्वोपरि है। ज्ञात हो कि एमपी और यूपी के लिए आतंक का पर्याय बने डकैत ललित पटेल को एमपी पुलिस ने मार गिराया था। वहीं जनता को सताने वाली डकैत बबली कोल और उसके साथी लवलेश को भी सतना में पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था।
जानिए कौन है डकैत गुड्डा गुर्जर
डकैत गुड्डा गुर्जर मूलत: मुरैना जिले के नूराबाद का रहने वाला है और उसका वास्तविक नाम जितेंद्र उर्फ जंडेल गुर्जर पिता दाताराम है। गुड्डा गुर्जर पर 3 हत्या, 5 हत्या के प्रयास, 2 अपहरण, 4 लूट समेत मुरैना जिले में 23, ग्वालियर में 3, शिवपुरी में 3 और श्योपुर में 2 समेत कुल 31 मामले दर्ज हैं। ग्वालियर-चंबल पुलिस ने आरोपी पर कुल 60 हजार रूपए का इनाम घोषित कर रखा था। आरोपी ने 21 साल की उम्र में सबसे पहली हत्या अपने गांव में जमीन विवाद में की थी और फिर जंगलों को ही अपना घर बना लिया था। वह अधिकांश पहाड़गढ़, सुमावली, मुरैना, तिघरा, घाटीगांव, भंवरपुरा, पनिहार, ग्वालियर, शिवपुरी और श्योपुर के ग्रामीण इलाकों में आश्रय पाता था।