पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी बांग्लादेश के लिए बड़ा मुद्दा नहीं- बांग्लादेश के मंत्री ने दिया सार्वजनिक बयान
बीते कई दिनों से भारत सहित अरब देशों में भी नूपुर शर्मा के नाम का शोर सुनाई दे रहा है। मामला यह है कि भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता रही नूपुर शर्मा ने मोहम्मद पैगंबर पर विवादित टिप्पणी कर दी थी। जिसे लेकर देश के लिबरल गैंग सहित अरब देश बौखला उठे। इसी बीच अब बांग्लादेश के वरिष्ठ मंत्री ने नूपुर शर्मा से जुड़े मामले पर ऐसी बात कही है, जो कहीं न कहीं अरब देशों के लिए भी एक नसीहत है।
गौरतलब हो कि बांग्लादेश के सूचना एवं प्रसारण मंत्री हसन महमूद ने नूपुर शर्मा की मोहम्मद पैगंबर पर की गई टिप्पणी को लेकर कहा है कि यह भारत का अपना एक आंतरिक मामला है। ऐसे में अब इस बयान से अरब देशों को भी सीख लेने की जरूरत है, क्योंकि भले पैगंबर मोहम्मद मुस्लिमों के लिए काफी अहमियत रखते हैं, लेकिन किसी दूसरे देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप को उचित नहीं ठहराया जा सकता और इसी को केंद्र बिंदु में रखते हुए बांग्लादेश की तरफ से यह प्रतिक्रिया आई है। अब जरा सोचिए कि छोटे-छोटे मसलों पर भी अगर किसी विदेशी मुल्क का दबाव पड़ने लगा, फिर वैश्विक कूटनीति और व्यवस्था कैसे चलायमान होगी? ऐसे में अरब देशों को इस तरीके के हस्तक्षेप से बचना चाहिए, लेकिन कहीं न कहीं अरब देश मोहम्मद पैगंबर के मुद्दे को तरजीह देकर अपने दूसरे हित साधना चाह रहें। जिसके लिए वो लगातार भारत सरकार पर नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल पर कार्रवाई की मांग करते रहें। वहीं अब बांग्लादेश के मंत्री ने कहा कि यह बांग्लादेश में कोई बड़ा मसला नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने उन आलोचनाओं को भी खारिज किया कि बांग्लादेश की सरकार इस मसले पर कोई समझौता कर रही है। बता दें कि ढाका में भी कुछ संगठनों ने इस मसले पर 10 जून को विरोध प्रदर्शन किया था, लेकिन अब जो बयान बांग्लादेश से निकलकर आ रहा है, उससे सऊदी अरब, ईरान समेत कई देशों को भी समझना चाहिए कि किसी दूसरे देश के आंतरिक मामलों में ज्यादा घुसपैठ ठीक नहीं।
आखिर में बता दें कि महमूद ने अपने बयान के दौरान कहा कि, “यदि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ दुनिया में कहीं भी कुछ होता है तो उसकी निंदा की जानी चाहिए। हम भारत सरकार को कानूनी कार्रवाई के लिए बधाई देते हैं। उन्हें मोहम्मद पर टिप्पणी करने वालों पर एक्शन लेना चाहिए।”