राष्ट्रपति मुर्मु ने विद्यार्थियों से कहा दृढ़ संकल्प के साथ सही रास्ता चुने लक्ष्य अवश्य प्राप्त होगा
ग्वालियर में आयोजित चौथा दीक्षांत समारोह एबीवी-आईआईआईटीएम हुआ, कार्यक्रम में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु मुख्य आतिथ्य के रूप में उपस्थित रही साथ ही राज्यपाल मंगूभाई पटेल,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद रहे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा ग्वालियर आकर मैं देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी का सादर स्मरण करती हूँ और उन्हें नमन करती हूँ।
ग्वालियर उनका प्रमुख कर्मस्थल रहा है।
भारत रत्न वाजपेयी जी समकालीन भारत के सबसे बड़े नेताओं में से एक थे, जिन्होंने एक प्रभावशाली विरासत छोड़ी है।
राष्ट्रपति ने कहा मुझे यह जानकर ख़ुशी हुई है कि ABV-IIITM के अधिकांश विद्यार्थियों की placement अच्छी कंपनियों में हो गयी है।
जिन विद्यार्थियों की placement नहीं हुई है उनकी क्षमता किसी भी मायने में कम नहीं है और उन्हें भी आगे बढ़ने के लिए अनगिनत अवसर मिलेंगे।
भारत की डिजिटल इकोनॉमी आज विश्व में अग्रणी स्थान पर है।
आप सब इसे आधुनिकतम टेक्नोलॉजी की मदद से और अधिक मजबूत बना सकते हैं।
मैं उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले आप सभी युवा विद्यार्थियों से यह अपेक्षा करती हूं कि आप समाज के उन लोगों के बारे में भी सोचें जो विकास की यात्रा में थोड़ा पीछे रह गए हैं।
समाज के प्रत्येक व्यक्ति विशेषकर आप सभी युवाओं का यह दायित्व है कि समाज के पिछड़े लोगों के विकास में अपनी भागीदारी समझें।
जीवन में आगे बढ़ते रहने के लिए यह ज़रूरी है कि हम जिस रास्ते पर चल रहे हैं उसको समय-समय पर परखते रहें।
दृढ़ संकल्प के साथ सही रास्ता चुन कर आगे बढ़ जायेंगे तो लक्ष्य अवश्य प्राप्त होगा और जीवन में संतुष्टि भी मिलेगी।
वही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम सबके सौभाग्य से आज हमारे बीच पधारीं हमारी प्रेरणा, भारत की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी का मैं मध्यप्रदेश के समस्त नागरिकों की ओर से हार्दिक स्वागत करता हूं।
मुख्यमंत्री ने एबीवी-आईआईआईटीएम के विद्यार्थियों से कहा टैलेंट, टेक्नोलॉजी, प्रबंधन और नेतृत्व का अनूठा संगम आज भारत के पास है।
हम एक बार फिर से विश्व गुरु बन सकते हैं।
आप बैंगलोर में रहें या बर्लिन में
नोएडा में रहें या न्यूयॉर्क में
हैदराबाद में रहें या हॉन्गकॉन्ग में
मध्यप्रदेश को प्रमोट करने का उत्तरदायित्व निभाते रहिए क्योंकि आप प्रदेश के ब्रांड एंबेसडर हैं।
मुख्यमंत्री वहां आए सभी विद्यार्थियों से कहा मेरा आप सबसे आग्रह है…
अपनी प्रतिभा और दक्षता का उपयोग आजादी के अमृतकाल में देश को विकसित बनाने और आगे बढ़ाने में कीजिए।
मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी को याद करे हुए कहा।
हार नहीं मानूंगा, रार नई ठानूंगा
काल के कपाल पर लिखता, मिटाता हूं
गीत नया गाता हूं।
श्रद्धेय अटल जी अद्भुत कवि थे, सरस्वती उनकी जिह्वा में विराजती थीं। ग्वालियर से उनका नाता कोई भुला नहीं सकता।