PM मोदी ने ‘ मध्यप्रदेश स्टार्टअप नीति’ का किया भव्य शुभारंभ, CM शिवराज ने कहा- आप मुझे आइडिया दे, मैं आपको अवसर दूंगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश स्टार्टअप नीति का वर्चुअल शुभारंभ कर स्टार्टअप कम्युनिटी को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में अलग-अलग कॉलेज के 5 लाख दे ज्यादा स्टूडेंट्स जुड़े। इस दौरान पीएम मोदी ने स्टार्टअप पोर्टल को भी लांच किया। बता दें, इन्दौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में स्टार्टअप कॉन्क्लेव-2022 का आयोजन किया गया इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री ने शिवराज सरकार को बधाई देते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि आज मध्यप्रदेश में, स्टार्टअप पोर्टल और आई-हब इंदौर का शुभारंभ हो रहा है। एमपी की स्टार्टअप नीति के तहत स्टार्टअप और इंकिवेटर्स को वित्तीय सहायबल दी गई है। मैं इन प्रयासों के लिए और इस आयोजन के लिए मध्यप्रदेश सरकार को देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम को और आप सभी को बहुत बहुत बधाई देता हूं।
पीएम ने बताया स्टार्टअप का मतलब और इसकी ताकत
पीएम ने कहा कि अक्सर कुछ लोगों को भ्रम हो जाता है स्टार्टअप यानी, कंप्यूटर से जुड़ा हुआ नौजवानों को कोई खेल चल रहा है कुछ कारोबार चल रहा है। यह भ्रम है, हकीकत यह है, स्टार्टअप का दायरा और विस्तार बहुत बड़ा है। 2014 में जब हमारी सरकार आई थी तब देश में 400 के आसपास स्टार्टअप्स हुआ करते थे। आज हमारे देश में करीब 70,000 रिकग्नाइज स्टार्टअप है। आज भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। हम दुनिया के सबसे बडे़ यूनिकॉर्न हब्स में भी एक ताकत के रूप में उभर रहे हैं। आज औसतन 8 या 10 दिन के भीतर-भीतर भारत में एक स्टार्टअप यूनिकॉर्न बन जाता है यूनिकॉर्न में बदल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा इकोसिस्टम है, हम दुनिया के सबसे बड़े यूनिकॉर्न हाउस में भी एक ताकत के रूप में उभर रहे हैं। स्टार्टअप हमें एक कठिन चुनौती का सरल समाधान देते हैं। सस्ते स्मार्टफोन और सस्ते डाटा ने गांव के गरीब और मिडिल क्लास को भी कनेक्ट किया है। इससे स्टार्टअप के लिए नए एवेन्यू व मार्केट खुल गए हैं। ऐसे ही प्रयासों के कारण स्टार्टअप्स यूनिकॉर्न देश के लाखों युवाओं को रोजगार दे रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमने तीन बातों पर फोकस किया।
पहला: आईडिया इनोवेट इनक्यूबेट & इंडस्ट्री।
दूसरा: सरकारी प्रक्रियाओं का सरलीकरण।
तीसरा: मिशन के लिए माइंडसेट में परिवर्तन, नए इकोसिस्टम का निर्माण
बता दें, इन्दौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में स्टार्टअप कॉन्क्लेव-2022 के अवसर पर पीएम मोदी से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सभा को संबोधित किया। शुभारंभ से पहले स्टार्टअप कर रहे हैं लोगों के साथ बैठक की। इस अवसर पर उन्होंने कहा आप मुझे आइडिया दे, मैं आपको अवसर दूंगा। हमारे पास क्षमता है, प्रतिभा है, योग्यता है, इनोवेटिव आईडियाज है। अगर उन्हें ठीक दिशा और सहयोग मिल जाए तो मेरा विश्वास है अकेला इंदौर ही नहीं “इंदौर तो करेगा ही चमत्कार”
सीएम ने संबोधन के दौरान कहा कि मध्यप्रदेश में आज हमने स्टार्टअप का ईको सिस्टम बनाया है। जनवरी से अब तक 700 करोड़ की फंडिंग अब तक स्टार्टअप के लिए मध्यप्रदेश में आ चुकी है। जैसे हमने गेंहूँ उत्पादन में पंजाब को पीछे छोड़ा है, वैसे ही हम बेंगलोर और हैदराबाद को स्टार्टअप में पीछे छोड़ेंगे। भारत को दुनिया का सिरमौर बना दिया है। यह कार्यक्रम कर्मकांड नहीं है, एक पॉलिसी हम लांच कर रहे हैं।स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि “तुम ईश्वर के अंश हो, अमृत के पुत्र अनंत ईश्वर के भंडार हो, दुनिया में ऐसा कोई काम नहीं जो तुम ना कर सको”। मध्यप्रदेश में आज हमने स्टार्टअप का ईको सिस्टम बनाया है। जनवरी से अब तक 700 करोड़ की फंडिंग अब तक स्टार्टअप के लिए मध्यप्रदेश में आ चुकी है।
सीएम ने कहा कि हमारे नौजवानों ने जो-जो सुझाव हमको दिए थे पूरी तरह उनका पालन करते हुए हमने ये स्टार्टअप्स की पॉलिसी लेकर आए हैं। अब पॉलिसी आपके पास और अकेली पॉलिसी नहीं, पाल्सी में जो संकल्प हमने लिया है, जो वादे हमने किया है, जो बचन हमने दिए हैं। मैं फिर एक बार विश्वास दिलाता हूँ, उनको लागू करवाने के लिए मामा भी तुम्हारे साथ है। बस तुम संकल्प लेकर आगे बढ़ जाओ, राह संघर्ष की जो चलता है वो ही संसार बदलता है। जिसने रातों से जंग जीती है, सूर्य बनकर वही निकलता है। हमारे पास दूरदर्शी नेतृत्व है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का। ग्रोथ रेट लगातार हमारी बढ़ रही है। प्रधानमंत्री ने संकल्प लिया है फाइव ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी का उस मुकाम को छूने के लिए हम तेजी से आगे बढ़ रहे। हमारे नौजवानों में जोश है, जुनून है, जज़्बा है, टैलेंटेड है, क्रिएटिविटी है। और छोटे से छोटे शहरों से हमारे बेटा-बेटी नए-नए आइडिया लेकर आ रहे है। एक आइडिया सचमुच में दुनिया बदल देता है। मैं इतना कहना चाहता हूँ जितनी जरूरी सुविधाएं हैं। स्टार्टअप्स के लिए हम उपलब्ध कराएंगे।
पीएम मोदी की तारीफ करते हुए सीएम शिवराज बोले कि यह हमारा सौभाग्य है कि, आज देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी के हाथों में है। मैं गर्व के साथ कहता हूं और यह बात मैं केवल कहने के लिए नहीं कह रहा हूं। प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी ने हिंदुस्तान को दुनिया सिरमौर बना दिया है। यह बात हम नहीं कहते हैं, जमाना कहता है।मैं अपने बच्चों से केवल एक बात कहना चाहता हूं। स्वामी विवेकानंद जी ने कभी कहा था
तुम केवल साढ़े 3 हाथ के हाडमास के पुतले नहीं हो,
तुम ईश्वर के अंश हो,
अमृत के पुत्र हो,
अनंत शक्तियों के भंडार हो,
अमर आनंद के भागी हो,
सीएम ने बताया कि रोजगार के लिए मध्यप्रदेश में 1 दिन हम रोजगार दिवस के रूप में मनाते है। हमने 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जी के जन्मदिन पर शुरू किया था। 12 जनवरी को 5,26,000 लोगों को सेल्फ एम्प्लॉयमेंट से जोड़ा था, 16 फरवरी को 5 लाख 2 हज़ार, 31 मार्च को 3 लाख 33 हज़ार। एक नहीं अनेकों योजनाएं उसके विस्तार में नहीं जाना चाहते। लेकिन अब मध्य प्रदेश का नौजवान स्टार्टर्स के क्षेत्र में नई उड़ान भरने के लिए तैयार है।
सीएम बोले कि मध्यप्रदेश में विकास का पूरा इको सिस्टम आज तैयार है। हमारे पास इनफ्रास्ट्रक्चर है। इन्वेस्टर फ्रेंड्ली उद्योग नीती है हमारी एमएसएमई की हमने नई नीती लागू कर दी है, स्टार्टअप की पॉलिसी आज लागू हो रही है। प्रधानमंत्री जी के हाथों। मध्य प्रदेश में फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में अपार संभावनाएँ है, चावल के बढ़ते उत्पादन को देखते हुए हम राइस मिलिंग की नई नीती ला रहे है। सेक्टर ऑटोमोबाइल का हो , इंजीनियर का हो, इलेक्ट्रिक व्हीकल का हो। हमारे फोकस में ये सब सम्मिलित हैं और इलेक्ट्रिक वीइकल्स ईवी की नीती भी हम बहुत जल्दी लेके आ रहे है। मध्यप्रदेश में स्टार्टअप इकोसिस्टम को तैयार करने का 2016 में हमने प्रयास प्रारंभ किया था। उस समय हम इनक्लोवेशन और स्टार्टअप नीति लेकर आए थे। उस नीति के कारण स्टार्टअप का इकोसिस्टम बनाया और इसके परिणाम स्वरूप स्टेट स्टार्टअप रैंकिंग के अंतर्गत भारत सरकार ने इसे मान्यता दी।
आखिर में सीएम ने कहा कि मैंने बताया कि 26 जनवरी को स्टार्टअप समिट के दौरान हमने जो देखा और महसूस किया। जो सुझाव नौजवानों ने दिए। उन्हीं को ध्यान में रखते हुए टीम मध्यप्रदेश ने इस स्टार्टअप पॉलिसी की नीती को अंतिम रूप दिया है।