मध्यप्रदेश में नहीं हुआ कोई पोषण आहार घोटाला, बिना रिपोर्ट पढ़े ही गढ़ दी झूठी कहानी, भाजपा का बड़ा खुलासा

- विश्वास सारंग का आरोप: कमलनाथ सरकार में हुआ घोटाला, शंका होते ही हमने रोका 35 करोड़ का भुगतान
भोपाल। पोषण आहार मामले पर कांग्रेस द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर मंत्री विश्वास सारंग ने तथ्यों के साथ कांग्रेस पर पलटवार करते हुए बड़ा खुलासा किया है। सारंग का आरोप है कि अप्रैल 2019 से फरवरी 2020 तक कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में घोटाला हुआ। साथ ही उन्होंने घोटाले और पोषण आहार के गुणवत्ता में कमी की आशंका होते ही 35 करोड रुपए का भुगतान रोकने की बात कही।

मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि महालेखाकार ने महिला एवं बाल विकास विभाग को टेक होम राशन के संबंध में अभी प्रारंभिक रिपोर्ट भेजी है वह फाइनल रिपोर्ट नहीं। मालवाहक वाहनों की जानकारी प्लांट में तीन स्थानों पर अंकित की जाती है जिसमें कोई गड़बड़ी की आशंका नहीं है। महालेखाकार ने जिस अवधि में टीएचआर की खराब गुणवत्ता को इंगित किया है उस समय कांग्रेस की सरकार थी।महालेखाकार कार्यालय मध्य प्रदेश द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत टेक होम राशन के संबंध में 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2021 तक की अवधि के लिए शिवपुरी, सागर, धार, झाबुआ, भोपाल, छिंदवाड़ा, रीवा एवं सतना का लेखा परीक्षण किया गया है और उसकी प्रारम्भिक ड्राफ्ट रिपोर्ट विभाग को परीक्षण और अभिमत के लिए भेजी है लेकिन दुर्भाग्य है कि विपक्ष प्रारंभिक रिपोर्ट पर ही सवाल खड़े कर रहा है।
लिपिकीय त्रुटि की बात आ रही सामने
इन प्लांट में सिक्योरिटी, तौल कांटे एवं डिस्पैच कक्ष में आने जाने वाले वाहनों की एंट्री की जाती है। यहां कुछ कर्मचारियों द्वारा गलती से एकात अंक आगे पीछे लिख दिया गया जबकि आरटीओ समेत बाकी रिकार्डो में एंट्री सही मिल रही है। बाड़ी प्लांट की प्रारंभिक जांच की गई जिसमें इस अवधि में प्लांट से 1764 वाहनों के माध्यम से टीएचआर का ट्रांस्पोर्टेशन किया गया है। जिसमें 34 वाहनों पर एजी ने आपत्ति की थी, हालांकि विभाग द्वारा कराई गई जांच में सामने आया कि इनमें केवल एक डिजिट का अंतर है।
जुबानी जमा खर्च कर रहे कांग्रेसी
प्लांट की क्षमता के संबंध में कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस के आरोपों में किसी भी प्रकार की सत्यता नहीं है। उन्होनें बाड़ी प्लांट का उदाहरण देते हुए कहा कि बाड़ी प्लांट की प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार उसकी उत्पादन क्षमता 400 मैट्रिक टन प्रतिमाह है, जो कि सप्लाई से कही ज्यादा है। अगर कांग्रेस के पास कोई तथ्य हैं तो वह प्रस्तुत करें केवल जुबानी जमा खर्च ना करे।
पोर्टल पर उपलब्ध है सारी जानकारी
मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि टीएचआर में बच्चियों की संख्या के विषय में 2018 से लेकर 2021-22 तक सरकार ने लगातार पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई है। जो बच्चियां स्कूल नहीं आ सकती है, उन्हें ही यह राशन वितरित किया गया। वर्ष 2018-19 में ऐसी बच्चियों की संख्या लगभग 2 लाख 26 हजार थी। वहीं 2019 में योजना में आईटी सोल्युशन को अपनाते हुए और अधिक पारदर्शी किया गया।